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प्रेसवार्ता के दौरान आरएलजेडी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा
– फोटो : अमर उजाला
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राष्ट्रीय लोक जनता दल के सुप्रीमो और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा शुक्रवार को मधुबनी पहुंचे। यहां उन्होंने प्रेस को संबोधित कर कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर बयान-बाजी देकर मीडिया में बने रहना चाहते हैं। कुशवाहा ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री शिक्षा व्यवस्था में सुधार को छोड़ बाकी सभी काम में लगे हैं। 35 वर्षों से बिहार में उन्हीं लोगों ने राज किया है, शिक्षक बनने योग्य भी नहीं छोड़ा है।
शिक्षा मंत्री के बहाने नीतीश पर साधा निशाना
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बिहार में योग्यता का अभाव है, यह सरासर गलत है। बिहार के विद्यार्थियों पर सवाल उठाते हैं। जबकि बिहार के विद्यार्थी इतने मेधावी हैं जो यूपीएससी-बीपीएससी के परीक्षा में देश स्तर पर लोहा मनवाते हैं। बेवजह की बयान-बाजी शिक्षा मंत्री देते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा विभाग को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। शिक्षा व्यवस्था को साफ चौपट कर दिया है। नौजवान के साथ यह अन्याय ही है। सनकी अधिकारी और सनकी मंत्री के बीच लड़ाई चल रही है। बिहार में शिक्षा व्यवस्था का बेड़ा गर्क है और आने वाले दिनों में यह ठीक होगा।
‘नीतीश को महाराष्ट्र से सीख लेने की जरूरत’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला कर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी को महाराष्ट्र से सीख लेनी चाहिए। शरद पवार के साथ जो हुआ है। इतनी दूर होने के बावजूद भी वह नहीं छोड़ रहे थे। नतीजा आप लोग के सामने है। वही हाल उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव के साथ भी हुआ। मुलायम सिंह यादव के रहते पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बने और उसे मजबूरन मुलायम सिंह को स्वीकार करना पड़ा। नीतीश कुमार जी को भी सीख लेने की जरूरत है। नीतीश कुमार जी यह नहीं समझ रहे हैं। इस कारण से उनकी पार्टी बर्बाद हो रही है जनता पार्टी के समय से ही हम लोग उनके साथ हैं। लेकिन वह किसी को मानने को तैयार नहीं।
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