Politics: पार्टी विस्तार की बैठक में बोले RCP सिंह, नीतीश की विश्वसनीयता खत्म; NDA में वापसी का कोई उपाय नहीं

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RCP Singh says in party expansion meeting, Nitish's credibility is over; There is no way to return to NDA

पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह तथा अन्य
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार


पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर सोमवार को बिहारशरीफ में भाजपा नालंदा की एक बैठक आयोजित की गई। इसमें लोकसभा और विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी के विस्तार को लेकर चर्चा की गई। इस बैठक में भाजपा के प्रदेश स्तर से लेकर जिला स्तर के नेता मौजूद रहे। मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने शिरकत की। पंडित दीनदयाल उपाध्याय के तैलीय चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद मीडिया कर्मियों को संबोधित कर पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीसी सिंह ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर कटाक्ष किया।

‘मुद्दों को छोड़ नीतीश पर चर्चा हो रही’

नीतीश कुमार के एनडीए में वापसी की चर्चा के सवाल पर आरपीसी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार की विश्वसनीयता अब खत्म हो चुकी है। उनकी साख समाप्त हो चुकी है। चुनाव के वक्त बिहार की जनता ने एनडीए को वोट दिया था, जिसके साथ उन्होंने विश्वासघात किया। 2024 में फिर से एनडीए जो 2019 में स्थिति थी, उससे ज्यादा मत मिलेंगे। उससे ज्यादा सीटें मिलेंगी। उससे ज्यादा ताकतवर बनकर हमारे प्रधानमंत्री उभरेंगे।

‘मुख्यमंत्री का पद मजाक का पात्र बना’

पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि बिहार का विकास, बेरोजगारी दूर करने और निवेश कैसे लाया जाए…। इन सब मुद्दों को छोड़कर नीतीश कुमार के बारे में चर्चा हो रही है कि वे एनडीए में जा रहे हैं या नहीं। बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार हो रहा है या नहीं हो रहा है। ये सब मुद्दे लाकर जनता को भटकाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के कारण मुख्यमंत्री का पद मजाक का पात्र बन गया है। पटना में महिला को निर्वस्त्र कर पीटने के मामले पर आरसीपी सिंह ने कहा कि अब बिहार में कानून का राज समाप्त हो चुका है। बस कुछ समय और इसके बाद बिहार में एनडीए की सरकार होगी और बिहार फिर से जहां था वहां पहुंचेगा।

‘महागठबंधन वाले अपना-अपना खेल खेल रहे’

मंत्रिमंडल विस्तार पर आरपीसी सिंह ने कहा कि बिहार में कोई सरकार नहीं है। एनडीए के रूप में नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन उन्होंने पलटी मार दी क्योंकि उन्हें लगा कि उधर प्रधानमंत्री बनने की संभावना है। जब उधर गए तो पटना में मीटिंग हुई, बेंगलुरु में मीटिंग हुई और मुंबई में हुई। उसका रिजल्ट यह निकला कि आज तक वे कन्वीनर (संयोजक) भी नहीं बन सके। प्रधानमंत्री बनने का तो दूर का सपना है।

उन्होंने कहा कि महागठबंधन वाले अपना-अपना खेल खेल रहे हैं। कांग्रेस को लगता है कि उनका बिहार में मंत्री बनेगा। नीतीश कुमार को लगता है कि वे प्रधानमंत्री बनेंगे। नरेंद्र मोदी ने नौ सालों में हर क्षेत्र में विकास करने का काम किया है। महागठबंधन के लोग अपनी डफली अपना राग बजा रहे हैं।

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