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कुंभ मेला (फाइल फोटो)
– फोटो : जय सिंह रावत
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उत्तर प्रदेश में वर्ष 2013 के बाद 12 वर्षों में लगने वाले प्रयागराज महाकुम्भ 2025 को दिव्य और भव्य रूप से बेहतर सुविधाओं और व्यवस्था के साथ मनाया जायेगा। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानियों का समाना नहीं करना पड़ेगा।
इसके लिए प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अभी से युद्धस्तर पर कार्य करा रहीं है और सड़क, पुल, बिजली, मेला क्षेत्र के विस्तारीकरण और व्यवस्थापन के दो हजार करोड़ रूपए से अधिक के प्रोजेक्ट धरातल पर आ चुके हैं।
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प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने जल निगम हॉस्टल ‘संगम’, लखनऊ से महाकुंभ 2025 के लिए की जा रही तैयारियों को लेकर आयुक्त प्रयागराज, संबंधित विभागों और एजेंसियों के अधिकारियों के साथ कार्यों की वर्चुअल समीक्षा की।
इस दौरान उन्होंने सभी संबंधित विभागों और कार्यदायी एजेंसियों को आपस में समन्वय बनाकर युद्धस्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि बेहतर मैनेजमेंट के साथ किसी भी कार्य को व्यवस्थित ढंग से और स्थायी रूप से किया जाए। स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों के सुझाओं पर भी ध्यान दें, जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो।
नगर विकास मंत्री ने लगभग 3738 करोड़ रुपए की लागत से विभिन्न विभागों द्वारा अब तक अनुमोदित 260 परियोजनाओं की बिन्दुवार समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को प्रगति कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग करने, मूलभूत सुविधाओं के साथ पेयजल, शौचालय, विद्युत आपूर्ति, पार्किंग आदि की सुचारू व्यवस्था करने, सड़कों व चौराहा से अतिक्रमण हटाने के साथ इनका चौड़ीकरण और सुंदरीकरण के कार्यों में गति लाने को कहा।
इस बार महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक 45 दिन चलेगा। इस दौरान मेला में 06 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। 40 लाख श्रद्धालु शाही स्नानों में आ सकते हैं। 40 लाख कल्पवासी हो सकते हैं। लाखों करोड़ों आगंतुकों के लिए पर्याप्त व्यवस्था करनी होगी।
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