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प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह की एक तरफ डॉ. मदन मोहन झा और दूसरी तरफ शकील अहमद खान मौजूद थे।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
कांग्रेस के नंबर वन नेता राहुल गांधी को गुजरात के कोर्ट से मोदी सरनेम केस में मिली सजा पर रोक के अगले दिन शनिवार को पार्टी की प्रदेश इकाई ने ‘एक महत्वपूर्ण विषय’ पर प्रेसवार्ता रखकर मीडियाकर्मियों को बुलाया था। प्रेस वार्ता की शुरुआत में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने भाजपा और हाईकोर्ट पर टिप्पणी की, लेकिन अंत होते-होते यह टिप्पणी मीडिया पर भी आ गई। उन्होंने किस बात पर क्या कहा, सबकुछ वैसा ही आगे पढ़ें।
प्रेस कांफ्रेंस में बुलाने की वजह मिठाई खिलाना
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आप लोग को बुलाए हैं ताकि आप सभी को लड्डू खिलाएं। मिठाई खिलाएं। शुरू से हम लोग यह बात कह रहे थे कि सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन सत्य को पराजित नहीं किया जा सकता है। कल सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद यह साफ हो गया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नरेंद्र मोदी की अगुवाई में जो देश में सरकार है, उनका कुत्सित प्रयास काम नहीं आया।
गुजरात कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट को लेकर यह कहा
उन लोगों (भाजपा) ने गुजरात में किसी तरह से अपना मैनेजमेंट के आधार पर निर्णय करा लिया, लेकिन कल जिस तरह सुप्रीम कोर्ट ने जो कुछ कहा… उसके बाद कहने के लिए कुछ नहीं रह जाता है। जिस केस में अधिकतम सजा का प्रावधान 2 साल का हो, उसमें 2 साल ही सजा क्यों दी गई- इस बात को लेकर आम नागरिकों और कांग्रेसियों में परेशानी थी। देश की न्याय-व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़ा होता है। राहुल गांधी ने भ्रष्टाचार के मामले में सवाल उठाया था, सरकार के साथ अडानी के रिश्ते पर सवाल उठाने के कारण उनकी सदस्यता चली गई। लेकिन, अब हमें सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से खुशी है। आम कांग्रेसियों में खुशी की लहर है। गांव-गांव से मैसेज आ रहा है कि मिठाइयां बांटी जा रहीं। आज हम लोगों ने फैसला किया था कि पटना आते ही सभी पत्रकार बंधुओं को मिठाई खिलाएं। इसीलिए आपको बुलाया।
मंत्रिमंडल विस्तार की तारीख के सवाल पर कहा
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मदन मोहन झा और विधायक दल के नेता शकील अहमद खान के बीच में बैठे वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ही सवालों का जवाब भी देने बैठे थे। उनसे पत्रकारों ने सवाल किया कि राहुल गांधी और लालू प्रसाद की मुलाकात में मंत्रिमंडल को लेकर क्या बात हुई? इसके जवाब में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- “मंत्रिमंडल पर पर बात हुई कि तिथि निर्धारित कर दीजिए। इसपर तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं बिहार आता हूं, फिर करते हैं। वह आने वाले हैं। मुख्यमंत्री जी से बात कर लेंगे।” पत्रकारों ने सवाल किया कि आप लगातार बोलते हैं कि हो रहा (मंत्रिमंडल विस्तार) है, लेकिन अभी तक हो नहीं पाया है। देरी क्यों हो रही है? इस सवाल के जवाब में अखिलेश बोले- “इससे आपको क्या परेशानी हो रही है? अभी कहा तो कि कल बात हुई है। हमें बिहार सरकार में उचित भागीदारी और जिम्मेदारी मिलेगी।”
राहुल गांधी के ‘दूल्हा’ बनने के सवाल पर बोले
पत्रकारों ने जानना चाहा कि विपक्षी एकता के लिए बने I.N.D.I.A. के सर्वमान्य नेता के रूप में उन्हें संयोजक या यूपीए चेयरमैन जैसा कोई पद मिलेगा? वह चेहरा बनेंगे? अखिलेश सिंह ने कहा- “सभी 24-25 दलों के शामिल होने के बाद मिलजुल कर फैसला लिया जाएगा। हर कांग्रेसी यही चाहता है, जो आप पूछना चाहते हैं। लेकिन, हमारी इच्छा से चलेगा नहीं। सभी लोग मिलजुल कर फैसला करेंगे।” आप क्या चाहते हैं? इस सवाल का जवाब अखिलेश सिंह ने हंसते हुए दिया- “हम आपको लड्डू खिलाने के लिए बुला रहे हैं और आप सवाल पूछ रहे हैं। आइए।”
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