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डॉ भीम सिंह चंद्रवंशी।
– फोटो : अमर उजाला डिजिटल
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मुख्यमंत्री नीतीश के सहयोगी रहे शिक्षाविद और पॉलिटेक्निक कॉलेज के अध्यापक डॉ भीम सिंह चंद्रवंशी को राज्यसभा के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। वर्तमान में वह भाजपा के बिहार प्रदेश के है उपाध्यक्ष हैं। वह नीतीश कुमार की समता पार्टी के बड़े नेता रह चुके हैं। डॉ. भीम सिंह नीतीश कैबिनेट में ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री भी रह चुके हैं। वह 2019 में वर्तमान के जदयू छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था।
गया में खुशी का माहौल
डॉ भीम सिंह का पुश्तैनी गांव गया जिले के नक्सल प्रभावित इमामगंज में बिदौली गांव है। डॉ भीम सिंह चंद्रवंशी को राज्यसभा का टिकट दिए जाने के बाद जिले में चंद्रवंशी समुदाय के लोगों में जबरदस्त उत्साह है। भारतीय जनता पार्टी ओबीसी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने भारतीय जनता पार्टी के इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा नेतृत्व में अति पिछड़ा खासकर चंद्रवंशी समुदाय को जो यह सम्मान दिया गया है, उसके प्रति हम नेतृत्व के प्रति आभार प्रकट करते हैं।
ओबीसी को साधने में जुटी भाजपा
स्थानीय लोगों का कहना है कि बिहार में जातीय जनगणना होने के बाद भाजपा के शीर्ष नेता ओबीसी को साधने में लग गये हैं। उनका कहना है कि गया में ओबीसी की जनसंख्या 36 फीसदी है। भाजपा नेतृत्व आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए इसी को साधने में लगी हुई है। क्योंकि दक्षिण बिहार के लोकसभा के कई सीटो पर चंद्रवंशी समुदाय की बड़ी आबादी है, जिसमें गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, नवादा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला नालंदा शामिल है।
अब भाजपा को मिलेगा फायदा
पिछले लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में महागठबंधन ने राजद नेता और चंद्रवंशी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक चंद्रवंशी को अपना उम्मीदवार बनाया था। हालांकि समझौता के तहत वह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के टिकट पर चुनाव लड़े थे। अब ओबीसी समाज को टिकट देने से पांच सीटों पर भाजपा को लोकसभा में सीधा फायदा मिलेगा।
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