Raksha Bandhan 2023: मिथिला की बेटी की बनाई राखी बांधेंगे पीएम नरेंद्र मोदी, इस खास चीज से बनी है यह

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Raksha Bandhan: PM Narendra Modi will tie Rakhi made by Mithila's daughter Radha Jha, Darbhanga, Khadi, Bihar

राधा झा की फाइल फोटो।
– फोटो : अमर उजाला

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इस बार रक्षाबंधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिथिला की बेटी भी राखी बांधेगी। इनका नाम राधा झा है और यह दरभंगा के मनीगाछी ब्लॉक के मकरंदा गांव रहने वाली हैं। वर्तमान में जिले के ही रामबाग इलाके के खादी भंडार में काम करती हैं। राधा झा ने घास और सूत से इको फ्रेंडली राखी बनाई है। इसी राखी को वह पीएम मोदी की कलाई पर बांधने वाली हैं। दरअसल, देश के 51 खादी भंडारों को राखी बनाने के लिए चयनित किया गया है। इसमें से ही एक है दरभंगा के रामबाग का यह खादी ग्रामोद्योग भंडार। 

सूत और घास से बनी इको फ्रेंडली राखी

इसी खादी ग्रामोद्योग भंडार काम करने वाली एक महिला राधा झा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए रखी बनाने का जिम्मा दिया गया है। खादी की उपयोगिता को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी खादी से बने राखी बंधवाने जा रहे हैं। दरअसल, राधा झा की खादी के सूत और घास से बनी इको फ्रेंडली राखी को चयन के लिए पीएमओ भेजा गया था। चयन के बाद बुलवा आया। इसके बाद राधा झा अपने पति नरेश झा के साथ दिल्ली रवाना हो चुकी हैं।

देश के 51 खादी भंडारों से बनी राखी का चयन हुआ

रामबाग स्थित खादी भंडर के प्रबंधक विनोद कुमार मिश्र ने बताया कि रक्षा बंधन को लेकर देश विभिन्न 51 खादी भंडारों को चयनित किया गया है। इस क्रम पटना राज्य कार्यालय से निर्देश मिला था कि देश के प्रधानमंत्री के लिए खादी से बने राखी बनाये जाएं। जिसके बाद यहाँ काम करने वाली महिला मनीगाछी थाना क्षेत्र के मकरंदा निवासी नरेश झा की पत्नी राधा झा को प्रधानमंत्री के घास और सूत से राखी बनाने का जिम्मा दिया गया है। राधा झा पिछले आठ वर्षों से इस खादी भंडार से जुड़ी हुई है। श्रीमती झा ने राखी को तैयार कर लिया है। 

राधा झा बोलीं- यह राखी पूरी तरीके से इकोफ्रेंडली है

इधर राधा झा ने कहा कि मुझ जैसी महिला को यह मौका मिलना यह बताता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल करीब खादी की उपयोगिता कितनी अधिक है। कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मेरी जिंदगी में ऐसा पल भी कभी आएगा। खादी भंडार में काम करते हुए यह अवसर मिला है। इसे मैं कभी भुला नहीं पाऊंगी। मैंने रामबाग स्थित खादी भंडार में घास और खादी के सूत से राखी बनाई है। इसे बांधने वाली डोर में खादी के धागे का उपयोग किया गया है। यह राखी पूरी तरीके से इकोफ्रेंडली है। 

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