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Raksha Bandhan 2023: रक्षाबंधन का नाम सुनते ही भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती बहन का चित्र सबकी आंखों के सामने जीवंत हो उठता है. इस बार भाई-बहन के अटूट प्रेम काप्रतीक त्योहार रक्षाबंधन 31 अगस्त को मनाया जायेगा. इसे लेकर अभी से प्रदेश के प्रमुख बाजार और कई मुहल्लों की दुकानों में रंग-बिरंगी राखियां सज चुकी हैं. बहनें भाइयों के लिए रेशम, इको फ्रेंडली और आकर्षक रााखियों की तलाश कर रही हैं.
रक्षाबंधन को लेकर मार्केट में सजने लगी राखी की दुकानें
रक्षाबंधन को लेकर मार्केट में राखी की दुकानें सजने लगी हैं. हालांकि अभी राखियों की खरीदारी धीमी है. दुकानों में बड़े से लेकर बच्चों के लिए अलग-अलग वेराइटी की फैंसी, रेशम, नक्काशीदार और फैशनेबल राखियां दूर से ही महिलाएं और युवतियों को आकर्षित कर रही हैं. इसके अलावा रेशम के धागे में बैंगल, स्टोन, रुद्राक्ष, चंदन और कुंदन लगी राखियों की अच्छी डिमांड है. बाजार में दस रुपए से लेकर 500 रुपये तक की राखी उपलब्ध है. वहीं इस बार बाजार में एक से बढ़कर एक डिजाइन में राखी ग्राहकों की पहली पसंद बनी है.
मार्केट में उपलब्ध गोल्ड, सिल्वर और डायमंड की फैंसी राखियां
वहीं बच्चों के लिए कार्टून कैरेक्टर वाली राखी भी मार्केट में उपलब्ध है. दुकानदारों का कहना है कि सबकी अपनी-अपनी पसंद होती है. कोई रेशम के धागे की राखी मांग रहा है, तो कुछ महिलाएं सर्राफा दुकानों में गोल्ड, सिल्वर और डायमंड की फैंसी राखियां मांग रही हैं. ज्वेलरी शोरूम में आयी चांदी व सोने की राखियां इस बार भाइयों की कलाई पर चांदी और सोना जड़ित राखियां दमकेंगी. ज्वेलर्स के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस साल चांदी की राखी के प्रति ग्राहकों का रुझान देखा जा रहा है.
कस्टमाइज पूजा थाली के साथ भी राखी की डिमांड
कस्टमाइज उपहारों को लेकर युवाओं के बीच रुझान इतना अधिक बढ़ गया है कि अब हर तरह के उपहारों को कस्टमाइज किया जाने लगा है. बाजार में इन दिनों रक्षाबंधन के लिए साथ ही अन्य त्योहारों के लिए कस्टमाइज थालियां मिल रही हैं. जो बर्तनों को भी एक खूबसूरत यादों के तौर पर खास बना रहे हैं. बर्तनों की खूबसूरती में भी चार चांद लगा रहे हैं. इनकी कीमत 300 रुपए से लेकर हजार रुपए तक हैं. इसमें मुख्य रूप से नक्काशीदार रंगीन दीया, राखी, रोली और अक्षत रहता है. राखी विक्रेता अभिषेक कुमार ने बताया कि राखी सीजन की अच्छी खरीदी होने से व्यापारियों में उत्साह है. इस साल राखियों की कीमत में 15 से 20 प्रतिशन तक की बढ़ोतरी हुई है.
Raksha Bandhan 2023 shubh muhurat: राखी बांधने का शुभ मुर्हूत
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पूर्णिमा तिथि प्रारंभ 30 अगस्त की सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर.
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पूर्णिमा तिथि की समापन 31 अगस्त की सुबह 07 बजकर 05 मिनट पर.
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भद्रा की शुरुआत 30 अगस्त की सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर.
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भद्रा की समाप्ति 30 अगस्त की रात 09 बजकर 01 मिनट पर.
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इस साल रक्षाबंधन का पर्व 30 और 31 अगस्त दो दिन मनाया जाएगा.
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भद्रा काल में राखी बांधना अशुभ माना जाता है.
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राखी बांधने का शुभ समय- 31 अगस्त को सूर्योंदय से लेकर सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक.
Raksha Bandhan 2023: यहां जानें राखी बांधने का नियम
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– रक्षाबंधन के दिन सबसे पहले राखी भगवान श्री गणेश, शिव जी, हनुमान जी और श्रीकृष्ण जी को बांधना शुभ होता है. इसलिए आप इन्हें राखी बांधना न भूलें.
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– रक्षाबंधन के दिन राखी बांधते समय शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें. राहुकाल या भद्राकाल में भूलकर भी भाई को राखी न बांधें.
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– रक्षाबंधन के दिन काले धागे की राखी, टूटी- फूटी या खंडित राखी अपने भाई को नहीं बांधें. ऐसी राखी बांधने से अशुभ फल मिलता है, ऐसी मान्यता है.
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– प्लास्टिक और अशुद्ध चीजों से बनी राखी, अशुभ चिह्नों वाली तथा भगवान की फोटोयुक्त राखी भूलकर भी न बांधें.
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– भाई को राखी बांधते समय सिर ढंकना न भूलें. ध्यान रहे कि भाई और बहन दोनों का सिर ढंका हुआ हो.
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– अपने भाई को राखी बांधने के पूर्व तिलक करते समय रोली या चंदन लें, सिंदूर से तिलक ना करें. अक्षत खंडित न हो इसका पूरा ध्यान रखें.
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– राखी बंधवाने के पश्चात भाई अपनी बहन के पैर अवश्य छूएं. यदि भाई बड़ा है और बहन छोटी तो बहन को भाई के पैर छूना उचित रहता है.
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