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बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर।
– फोटो : सोशल मीडिया
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राष्ट्रीय जनता दल के विधायक फतेह बहादुर के विवादित बयान पर सियासी घमासान जारी है। इसी बीच शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर यादव ने 22 जनवरी को राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि भगवान के अंदर प्राण देने का अधिकार किसको है, कोई भगवान के अंदर प्राण नहीं दे सकता है। वह तो सर्वव्यापी हैं। उनके अंदर प्राण कौन दे सकता है? वहीं अयोध्या जाने के सवाल पर कहा कि मुझे न्यौता मिलेगा तो जाऊंगा, नहीं मिलेगा तो नहीं जाऊंगा।
किसी की आस्था के साथ ठेस पहुंचाने का काम नहीं होना चाहिए
राजद विधायक द्वारा हिन्दू देवी-देवताओं के अपमान पर प्रो. चंद्रशेखर ने कहा अगर कहीं भी किसी का अपमान हो, यह अच्छी बात नहीं है। किसी के आस्था को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए। चाहे वह किसी भी धर्म को मानने वाले हों। उन्होंने कहा कि किसी की आस्था के साथ ठेस पहुंचाने का काम नहीं होना चाहिए। बच्चों को पढ़ने वाले स्कूली पाठ्यक्रम पुस्तकों में अगर कोई अगर कोई विवादित बात है तो उसे हटाने में कोई गलत नहीं है। विधायक फतेह बहादुर की अपनी सोच हो सकती है किसी विषय पर।
भारतीय किताबों में आपत्तिजनक बातों को हटाया जाए
सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि राज्य और देश की जनता को नव वर्ष की बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। सात जनवरी को डेहरी ऑनसोन में आयोजित कार्यक्रम में जाने के सवाल पर कहा कि मैं कार्यक्रम में बिल्कुल जाऊंगा। वहीं उनके द्वारा लगाए गए पोस्टर के बारे में उन्होंने कहा कि सबकी अपनी-अपनी आस्था है। भारतीय किताबों में जो आपत्तिजनक बातों को अगर लगातार हटाने की मांग हो रही है तो उसे हटा दिया जाना चाहिए।
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