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राज्य में छठा स्थान हासिल करने वाली शालिनी कुमारी
– फोटो : अमर उजाला
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बिहार बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में श्री रंगनाथ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बनहरा की छात्रा शालिनी ने बिहार में छठा हासिल किया है। इस तरह शालिनी ने टेटिया बंबर प्रखंड और मुंगेर जिले का नाम रोशन कर दिया है। शालिनी यूपीएससी की तैयारी कर आईएएस बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं।
अपनी इच्छा शक्ति के बल किसी भी मुकाम पर पहुंचना संभव हो पाता है। यह कर दिखाया दसवीं की बोर्ड परीक्षा में बिहार में छठा स्थान प्राप्त कर श्री रंगनाथ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बनहरा की छात्रा शालिनी कुमारी ने। प्रखंड के बनहरा पंचायत अंतर्गत निवासी सुदर्शन कुमार सिंह और रूबी कुमारी की बेटी शालिनी कुमारी ने प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही बुनियादी विद्यालय मिल्की से प्रारंभ की।
जहां शालिनी आठवीं कक्षा तक पढ़ने के बाद नवमी कक्षा में श्री रंगनाथ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बनहरा गईं। यहीं से दसवीं बोर्ड की परीक्षा दी, जिसमें उन्होंने बिहार में छठा स्थान प्राप्त कर मां-बाप को तो गौरवान्वित किया ही। साथ ही गांव, प्रखंड और जिले का भी नाम रोशन किया। रविवार को बिहार बोर्ड द्वारा रिजल्ट घोषित करने के साथ ही परिवार के बीच खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
मौके पर शालिनी ने मीडिया से बातचीत में खुशी का इजहार करते हुए इसका श्रेय अपने माता-पिता, भाई और विद्यालय के शिक्षकों को दिया। उन्होंने आगे इंटर (साइंस, फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित) की पढ़ाई करने की बात बताई। इसके बाद आगे चलकर यूपीएससी की तैयारी कर आईएएस बनने की इच्छा जाहिर की।
जानकारी के मुताबिक, शालिनी के पिता सुदर्शन कुमार गांव में ही ट्यूशन पढ़ने का कार्य करते हैं, जबकि माता रूबी कुमारी श्री रंगनाथ उत्तर माध्यमिक विद्यालय बनहरा में ही गणित की शिक्षिका हैं। शालिनी गांव में रहकर ही ग्रामीण विद्यालय में पढ़ते हुए माता-पिता के मार्गदर्शन और शिक्षा के बल आज इस मुकाम को हासिल करने में सफल हो पाईं।
इधर, विद्यालय की प्रधानाध्यापिका लक्ष्मी कुमारी, शिक्षक विजय शंकर त्रिपाठी, उपेंद्र राय, श्रीकांत रजक, कुमार मनोज, रूबी कुमारी, शैलेश कुमार चंचल, अवनीश कुमार, रागिनी कुमारी, शिम्पी कुमारी, अंशु कुमार, राम किंकर सिंह, अवनीश कुमार गौरव और मुन्ना कुमार कोड़ा ने बताया कि शालिनी हमेशा से कभी वर्ग में अनुपस्थित नहीं होती थी। वह अपनी पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहती थी, जिसके लिए विद्यालय परिवार की ओर से उसे धन्यवाद।
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