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अनुसूचित जाति वर्ग के संगठनों के पदाधिकारी।
– फोटो : संवाद
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हिमाचल प्रदेश के जिला लाहौल-स्पीति के उदयपुर के एसडीएम, विधायक व उनके परिजनों के खिलाफ की गई गाली-गलौज, अभद्र जातीय टिप्पणी के बाद एससी संगठनों में आक्रोश बढ़ गया है। इस मामले में आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग को लेकर सिरमौर के अनुसूचित जाति वर्ग के संगठनों का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल बुधवार को नाहन में सहायक आयुक्त से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम सहायक आयुक्त को ज्ञापन भी दिया। प्रतिनिधिमंडल में शामिल कोली समाज नाहन खंड के पदाधिकारी प्रवीण तोमर, पूर्व जिला अध्यक्ष संजय पुंडीर, जसमत सिंह, रघुवीर सिंह, युवा विकास क्लब के पूर्व अध्यक्ष हरीश कल्याण, नरेश कल्याण, मनोज टोनी, जगदीश पुंडीर संयोजक नाहन दलित शोषण मुक्ति मंच, सह संयोजक अनीता, पूर्व अध्यक्ष नगर परिषद शांति देवी, सीटू के जिला अध्यक्ष लाल सिंह व दलित शोषण मुक्ति मंच के जिला संयोजक आशीष कुमार ने ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री को बताया कि एसडीएम उदयपुर, लाहौल-स्पीति विधायक व उनके परिजनों के खिलाफ असामाजिक तत्वों की ओर से गाली-गलौज व जातीय अभद्र टिप्पणी के तथ्य सामने आए हैं। मामले में एससी एसटी एक्ट की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज हुई है, लेकिन पुलिस की कार्रवाई असंतोषजनक है। प्रदेश में जब जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारियों पर इस तरह से हमले हो रहे हैं तो आम जन के साथ क्या नहीं होता होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में हैरानी यह है कि पुलिस कोई खुद संज्ञान नहीं लेती। यहां तक कि शिकायत दर्ज करने को भी आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ता है। उन्होंने मामले में दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की, ताकि फिर ऐसा साहस कोई न कर सके।
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