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सूर्य ग्रहण शारदीय नवरात्रि के शुरू होने से एक दिन पहले यानी 14 अक्तूबर को लगेगा. इसी दिन पितृपक्ष का समापन होगा. यह साल 2023 का आखिरी और दूसरा सूर्य ग्रहण होगा.

सूर्य ग्रहण के दौरान और सूतक काल में कुछ कामों को करने की मनाही भी होती है. ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है.

साल का आखिरी सूर्य ग्रहण को भारत से नहीं देखा जा सकेगा. भारत से सूर्य ग्रहण नहीं दिखने के कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा.

सूर्य ग्रहण मुख्यरूप से अफ्रीका के पश्चिमी हिस्से, पेसिफिक, अटलांटिक, आर्कटिक, नॉर्थ अमेरिका और साउथ अमेरिका से देखा जा सकता है.

गर्भवती महिलाएं ग्रहण काल में क्या करें क्या ना करें
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं सतर्क रहना होगा. ग्रहण के दौरान सूर्य से हानिकारक किरणें निकलती हैं, जिसके कारण नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है. इससे गर्भवती महिलाओं के पेट में पल रहे शिशु को सेहत संबंधी समस्या होने की आशंका रहती है.

गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए. ऐसा करना उन पर और उनके बच्चे पर नकारात्मक असर डाल सकता है.

सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को बाहर निकलने से बचना चाहिए. मान्यता है कि इससे बच्चे में शारीरिक दोष पैदा हो सकता है.

सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को भूलकर भी चाकू- कैंची या किसी धारदार चीज का प्रयोग नहीं करना चाहिए.

सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद गर्भवती महिलाओं को स्नान कर लेना चाहिए. यदि ऐसा संभव ना हो पाए तो कम से कम मुंह-हाथ धोकर कपड़े बदल लें.

गर्भवती महिलाओं को ग्रहण शुरू होने से पहले और खत्म होने के बाद स्नान करना चाहिए. ग्रहण काल के दौरान मंत्र जाप करना या भगवान की भक्ति करना चाहिए.

गर्भवती महिला पर ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव न पड़े इसके लिए उन्हें तुलसी का पत्ता जीभ पर रखकर हनुमान चालीसा और दुर्गा स्तुति का पाठ करना चाहिए.
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