Tent City Varanasi : मंदिरों की तरह बने तंबुओं के शहर में मांस-मदिरा पर रहेगा प्रतिबंध, संस्कृति की बहेगी धारा

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वाराणसी में गंगा किनारे सज रहे तंबुओं के शहर में काशी का प्रतिबिंब दिखाई देगा। यहां सैलानियों को सुबह के नाश्ते से लेकर रात के भोजन तक में बनारसी स्वाद का आनंद मिलेगा। सुबह से शाम तक यहां बनारस घराने के संगीत की गंगा भी बहती रहेगी। यहां मांस मदिरा पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। काशी के अर्धचंद्राकार घाटों के सामने रेत पर बनारसी हस्तशिल्प भी पर्यटकों को रिझाएगा। 13 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों टेंट सिटी के लोकार्पण के बाद से ही पर्यटकों के आने का सिलसिला यहां शुरू हो जाएगा।

वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक गोयल ने बताया टेंट सिटी का काम अंतिम चरण में है। कंपनियां फाइनल टच दे रही हैं। टेंट सिटी में पर्यटकों की सहूलियत, सुविधा और सुरक्षा का खास ध्यान रखा गया है। इको फ्रेंडली टेंट सिटी में पर्यटकों की सेहत का ध्यान रखा गया है। यहां योग व ध्यान केंद्र का निर्माण कराया जा रहा है। एक समय में कम से कम तीन सौ पर्यटक योग और ध्यान कर सकेंगे। 

तंबुओं का शहर धर्म, अध्यात्म और संस्कृति के संगम के रूप में दिखेगा। सूर्य उदय के साथ यहां घंट घड़ियालों की आवाज के साथ ही गंगा आरती होगी। सुबह की शुरुआत लाइव राग के साथ होगी। बनारस घराने के लगभग सभी वाद्य यंत्रों की मधुर धुन पर्यटक सुन सकेंगे। इसमें खास तौर पर शहनाई, सारंगी, सितार, संतूर की धुन और तबले की थाप सुनने को मिलेगी। 

टेंट सिटी बसाने वाली एक कंपनी के प्रबंधक अमित गुप्ता ने कहा कि टेंट सिटी का माहौल ऐसा रखा गया है, जिसे आपकी पांचों इंद्रियां महसूस कर सकेंगी। टेंट से निकलते ही सूर्य उदय, मां गंगा और अर्धचंद्राकार घाटों का नजारा और गंगा आरती के दर्शन होंगे। यहां मांस मदिरा पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।

टेंट सिटी में प्रदेश के जीआई और ओडीओपी उत्पादों समेत अन्य हस्तशिल्प उत्पादों को भी एक नया बाजार मिलेगा। स्वाद के लिए मलइयो, ठंडई, चाट, बनारसी पान और बनारसी पान परोसा जाएगा का ख़ास पान-पान परोसा जाएगा। प्राकृतिक चीजों से बनी टेंट की फील व लग्जरी होटल की सभी सुविधा से युक्त है।

टेंट सिटी और जी-20 सम्मेलन के आयोजन और तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पर्यटक चौकी गठित की गई है। पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन के निर्देश पर बुधवार को अस्थायी पर्यटक चौकी का गठन किया गया। नवगठित पर्यटक चौकी का कार्य क्षेत्र मैदागिन से दशाश्वमेध घाट तक होगा। 



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