Terrorist Attack: ढांगरी में आतंकी हमले के बाद उग्र हुए लोग, सड़क पर छह शवों को रखकर जताया आक्रोश

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राजोरी में विलाप करते परिजन

राजोरी में विलाप करते परिजन
– फोटो : PTI

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राजोरी जिले में पंद्रह घंटे के भीतर दो आतंकी हमलों से दहले ढांगरी गांव में एक साथ छह शवों को देख हर आंख में गम से ज्यादा आक्रोश था। रविवार को आतंकियों की फायरिंग में मारे गए चार शव सुबह से ही ढांगरी चौक पर ले जाए गए।

इसके बाद सोमवार सुबह आईईडी धमाके से एक बच्चे और एक किशोरी की मौत होने पर इनके शव भी ढांगरी चौक लाए गए। यह मंजर आक्रोश को और भड़काने वाला था। दिन भर ढांगरी चौक के बीचोबीच छह शव रखकर प्रदर्शन जारी रहा।

पूरा गांव इस दौरान आक्रोश के स्वरों से गूंज रहा था। लोगों में एक तरफ आतंकी हमले रोकने में नाकामी को लेकर गुस्सा था तो दूसरी तरफ आतंकियों के सफाए की सूचना का इंतजार। 

बार-बार बेहोश होती रही मासूम विहान की मां

आईडी धमाके का शिकार हुए चार वर्षीय विहान की मां अपने कलेजे के टुकड़े का शव देख बेसुध हो गई। थोड़ा होश में आकर वह कई बार बेहोश होती रहीं। वह बार-बार कह रही थीं-मुझे मेरा विहान दे दो या मुझे विहान के पास भेज दो।

मौके पर मौजूद उसके परिजनों ने बताया – विहान के लिए मां-बाप ने कई मंदिरों में मन्नतें मांगी थीं। इस दंपती के जीवन में शादी के दस साल बाद विहान आया। विहान की दो बहनें जीएमसी में उपचाराधीन हैं। पिता घायल बेटियों के पास अस्पताल में है जबकि गांव में मां अकेली इस दुख की घड़ी में बदहवास है। इस मंजर को देख हर आंख नम थी।

 15 घंटे के बाद पहुंचे एलजी, आश्वासन पर प्रदर्शन समाप्त

रविवार शाम आतंकी हमले में मारे गए चार मृतकों के शव देर रात 2:30 बजे से ही सड़क पर रख प्रदर्शन शुरू हो गया था। सोमवार दिन भर प्रदर्शन जारी रहा। शाम करीब 5:30 बजे एलजी मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों व परिजनों को आश्वासन दिया कि सरकार की तरफ से हर संभव मदद की जाएगी।

हत्यारे दहशतगर्दों की तलाश कर जल्द ढेर किया जाएगा। इसके बाद ही सभी छह शवों को उठाकर एक किलोमीटर दूर सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल परिसर में रखा गया। मंगलवार को सभी का एक साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। 

विस्तार

राजोरी जिले में पंद्रह घंटे के भीतर दो आतंकी हमलों से दहले ढांगरी गांव में एक साथ छह शवों को देख हर आंख में गम से ज्यादा आक्रोश था। रविवार को आतंकियों की फायरिंग में मारे गए चार शव सुबह से ही ढांगरी चौक पर ले जाए गए।

इसके बाद सोमवार सुबह आईईडी धमाके से एक बच्चे और एक किशोरी की मौत होने पर इनके शव भी ढांगरी चौक लाए गए। यह मंजर आक्रोश को और भड़काने वाला था। दिन भर ढांगरी चौक के बीचोबीच छह शव रखकर प्रदर्शन जारी रहा।

पूरा गांव इस दौरान आक्रोश के स्वरों से गूंज रहा था। लोगों में एक तरफ आतंकी हमले रोकने में नाकामी को लेकर गुस्सा था तो दूसरी तरफ आतंकियों के सफाए की सूचना का इंतजार। 

बार-बार बेहोश होती रही मासूम विहान की मां

आईडी धमाके का शिकार हुए चार वर्षीय विहान की मां अपने कलेजे के टुकड़े का शव देख बेसुध हो गई। थोड़ा होश में आकर वह कई बार बेहोश होती रहीं। वह बार-बार कह रही थीं-मुझे मेरा विहान दे दो या मुझे विहान के पास भेज दो।

मौके पर मौजूद उसके परिजनों ने बताया – विहान के लिए मां-बाप ने कई मंदिरों में मन्नतें मांगी थीं। इस दंपती के जीवन में शादी के दस साल बाद विहान आया। विहान की दो बहनें जीएमसी में उपचाराधीन हैं। पिता घायल बेटियों के पास अस्पताल में है जबकि गांव में मां अकेली इस दुख की घड़ी में बदहवास है। इस मंजर को देख हर आंख नम थी।

 15 घंटे के बाद पहुंचे एलजी, आश्वासन पर प्रदर्शन समाप्त

रविवार शाम आतंकी हमले में मारे गए चार मृतकों के शव देर रात 2:30 बजे से ही सड़क पर रख प्रदर्शन शुरू हो गया था। सोमवार दिन भर प्रदर्शन जारी रहा। शाम करीब 5:30 बजे एलजी मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों व परिजनों को आश्वासन दिया कि सरकार की तरफ से हर संभव मदद की जाएगी।

हत्यारे दहशतगर्दों की तलाश कर जल्द ढेर किया जाएगा। इसके बाद ही सभी छह शवों को उठाकर एक किलोमीटर दूर सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल परिसर में रखा गया। मंगलवार को सभी का एक साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। 



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