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कुल्लू में भारी बारिश से हुई तबाही के निशान।
– फोटो : संवाद
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भारी बारिश के चलते आई बाढ़ से हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के मनाली, मणिकर्ण और बंजार घाटी में 17,000 पर्यटक फंसे हैं। हालांकि, अब कुल्लू-मनाली के बीच वैकल्पिक मार्ग खुलने से पर्यटक धीरे-धीरे निकलने लगे हैं। मंगलवार शाम तक मनाली से 800 पर्यटक वाहन मंडी के लिए निकाले। मनाली में सबसे अधिक करीब 10 हजार, मणिकर्ण में पांच और बंजार के तीर्थन जिभि क्षेत्र में लगभग 2,000 पर्यटकों के फंसे होने की सूचना है। हालांकि, मंगलवार को मौसम खुलने पर पर्यटकों ने राहत की सांस ली है। दोपहर बाद मनाली से रायसन तक बाईपास और रायसन से कुल्लू तक हाईवे खुल गया। कुल्लू से मंडी मार्ग भी बाया कांडी-कटौला मार्ग को भी खोल दिया है। ऐसे में मनाली से सैकड़ों पर्यटक वाहन वापस घर की तरफ रवाना हुए। जबकि मनाली से लेकर कुल्लू तक वाहन वैकल्पिक मार्ग में रेंगते हुए नजर आए।
वहीं, मणिकर्ण के कसोल में फंसे कई पर्यटक भी घर की ओर निकले हैं। कसोल से आए आकाश यादव और नवीन ने कहा कि वह कसोल में रुके थे, लेकिन दूरसंचार और बिजली नहीं होने से सभी परेशान हैं। कहा कि वह कसोल से लेकर भुंतर तक सड़क की हालत बहुत खराब है। करीब तीन किलोमीटर तक पैदल होकर भुंतर पहुंचे। कहा कि अभी भी मणिकर्ण में हजारों लोग फंसे हैं। जिला मुख्यालय को छोड़कर अन्य जगहों पर दूरसंचार और बिजली व्यवस्था ठप है। पर्यटक अपनों से बात नहीं कर पा रहे हैं। परिजन और रिश्तेदार चिंतित हैं और इसको लेकर कुल्लू में जिला प्रशासन और अन्य लोगों को सैकडों फोन आ रहे हैं। फंसे पर्यटकों में केरल से लेकर जम्मू तक के शामिल हैं।
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