TRE 3: शिक्षक भर्ती परीक्षा की तारीख पर अभ्यर्थी नाखुश; ‘हमें भी मौका दें, सरकार बदलने पर घोषणा न बदली जाए’

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TRE 3: Candidates unhappy on teacher recruitment exam date; Protested in Begusarai and says give us chance too

सरकार के फैसले पर प्रदर्शन करते प्रशिक्षु अभ्यर्थी
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार


बिहार शिक्षा विभाग की ओर से बीपीएससी के जरिए अध्यापक भर्ती परीक्षा (टीआरई)-3.0 लिए जाने की घोषणा से 2022-24 बैच के डीएलएड प्रशिक्षुओ में काफी आक्रोश है। बेगूसराय में मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर डीएलएड की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों ने जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय विष्णुपुर के मुख्य द्वार पर सरकार के फैसलों का विरोध करते हुए जमकर नारेबाजी की।

‘सरकार के इस फैसले से हम परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे’

विरोध-प्रदर्शन कर रहे प्रशिक्षु उमेश कुमार ने बताया कि शिक्षा विभाग बिहार के एसीएस केके पाठक ने कहा था कि अगस्त 2024 में होने वाली टीआरई-3.0 में हम लोगों को मौका दिया जाएगा। लेकिन मार्च में ही इसकी घोषणा कर दी गई है। ऐसे में 2022-24 बैच के प्रशिक्षु इसमें शामिल होने से वंचित रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम लोग को भी मौका दिया जाए, क्योंकि सभी प्रशिक्षु काफी तन-मन से ट्रेनिंग ले रहे हैं।

‘हमें भी मौका दे सरकार’

उन्होंने कहा कि पहले की सरकार में कहा गया था कि अगस्त में टीआरई-3.0 होगा। उसमें हम सभी डीएलएड कर रहे बेरोजगारों को मौका दिया जाएगा। लेकिन सरकार बदलते ही घोषणा बदल दी गई है। अब हम लोगों के अधिकार को दबाया जा रहा है। बीपीएससी ने जो कैलेंडर जारी किया था। उसमें अगस्त 2024 में टीआरई-3.0 होना था। उन्होंने आगे कहा कि अब बिहार सरकार ने इसे मार्च में ही आयोजित करने का फैसला लिया है। ऐसे में हम लोग 2022-24 के डीएलएड प्रशिक्षण करने वाले वंचित रह जाएंगे। हमें भी इसमें मौका दिया जाए। सरकार का यह निर्णय प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय विष्णुपुर में की गई घोषणा (केके पाठक की बात) के विपरीत है। आगे रिक्तियां आएंगी या नहीं, पता नहीं।

‘हमारा भविष्य अधर में लटक गया है’

अभ्यर्थियों का कहना है कि हम लोगों का भविष्य अधर में लटक गया है। हमारा फ्यूचर समाप्त हो जाएगा। अगर टीआरई-3.0 मार्च में लिया जा रहा है तो हमें भी मौका दिया जाए। अन्यथा बीपीएससी की ओर से पूर्व में घोषित कैलेंडर के अनुसार अगस्त में लिया जाए। बिहार सरकार और बिहार सरकार का शिक्षा विभाग हम लोगों को गुमराह न करे। सरकार विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात करती है तो अपनी बात पर कायम रहे।

एसीएस से लगाई न्याय की गुहार

इस दौरान प्रशिक्षुओं ने केके पाठक से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि हम लोगों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करें, हम लोग को भी मौका दिया जाए। गौरतलब है कि प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय विष्णुपुर में कुल 150 विद्यार्थी ट्रेनिंग ले रहे हैं।

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