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ग्रामीणों ने किया रतजगा।
– फोटो : अमर उजाला
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कासगंज के अमांपुर में तेंदुआ का खौफ बरकरार है। मंगलवार रात ग्रामीणों को तेंदुआ फिर गांव में नजर आया। इसके चलते वे दहशत में हैं। ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर रतजगा कर रहे हैं। वहीं वन विभाग के अधिकारियों को रात में ही सूचना दी गई। वन विभाग की टीम पहुंची, लेकिन आसपास कहीं भी तेंदुआ नहीं दिखा। पूरे गांव में तेंदुआ को लेकर पिछले चार दिन से दहशत का माहौल है।
गांव नगला मढ़ी में वृद्धा श्यामवती पर चार दिन पूर्व तेंदुआ ने घेर में सोते समय हमला किया था। वृद्धा गंभीर घायल हो गई। हमले की घटना के बाद वन विभाग के अधिकारियों और ग्रामीणों को उम्मीद थी कि तेंदुआ हमले की घटना के बाद भाग गया, लेकिन मंगलवार रात को करीब 11 बजे कुछ ग्रामीणों को गांव के बाहर तेंदुआ होने की भनक लगी। ग्रामीण रोहित ने बताया कि गांव की आबादी से करीब 200 मीटर दूर तेंदुआ देखा गया। यह जानकारी अन्य ग्रामीणों को हुई तो वे लाठी-डंडे लेकर सक्रिय हो गए और रातभर रतजगा कर पहरेदारी की। साथ ही सूचना पर वन विभाग की टीम रात में गांव पहुंच गई। तेंदुए को तलाशा गया, लेकिन वह कहीं भी दिखाई नहीं दिया।
सायं फिर दिखाई दिया तेंदुआ, खरगोश का किया शिकार
ग्रामीणों के मुताबिक, सायं 5 बजे फिर तेंदुआ नजर आया। खरगोश का शिकार करके गांव के पास से ही तेंदुआ जाता हुआ देखा गया। इसकी जानकारी मिलने पर गांव में तेंदुआ को भगाने के लिए शोर-शराबा हुआ और वन विभाग के अफसरों को मामले की जानकारी दी।
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तेंदुआ को लेकर आस पास के गांव में भी अलर्ट
नगला मढ़ी में तेंदुआ के आने के बाद से आसपास के गांव में अलर्ट है। ग्रामीण तेंदुआ को लेकर पूरी सतर्कता कर रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाकर तेंदुआ को पकड़ा जाए।
तेंदुआ नहीं मिला
वन विभाग के रेंजर अखिलेश कुमार ने बताया कि रात्रि में तेंदुआ आने की सूचना वन विभाग को रात्रि के समय प्राप्त हुई। इस सूचना पर टीम रात में ही गांव पहुंच गई, लेकिन तेंदुआ नहीं मिला। काफी देर तक कांबिंग की गई। लगातार नजर रखी जा रही है।
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