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दाऊ दयाल इंटर कॉलेज के बाहर धरने पर बैठीं शिक्षिकाएं।
– फोटो : संवाद
विस्तार
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में शनिवार को कॉलेज में गेटमैन से दो शिक्षिकाओं को बाहर निकलवा दिया गया। इससे आक्रोशित शिक्षिकाओं ने कॉलेज गेट पर धरना शुरू कर दिया। शिक्षिकाएं पहले संस्था द्वारा संचालित बाल मंदिर स्कूल में कार्यरत थीं। वर्ष 2006 में इन शिक्षिकाओं को बाल मंदिर बंद होने पर इंटर कॉलेज में समायोजित कर दिया गया था, लेकिन शनिवार को इन्हें कॉलेज गेट पर ही रोक दिया गया। मैनेजमेंट ने पहुंचकर इन शिक्षिकाओं से बात कर धरना खत्म कराया।
दाऊदयाल इंटर कॉलेज में सन 2006 से शालिनी गोयल एवं कंचन गुप्ता शिक्षण कार्य कर रही हैं। यह शिक्षिकाएं सन 1996 से कॉलेज प्रबंध तंत्र द्वारा संचालित बाल मंदिर में पढ़ा रही थी, लेकिन जब बाल मंदिर बंद हुआ तो तत्कालीन प्रबंध तंत्र ने इन्हें इंटर कॉलेज में समायोजित कर दिया था। उस वक्त से यह शिक्षिकाएं यहां पर शिक्षण कार्य कर रही थी।
बताया जाता है बीते कई दिनों से शिक्षिकाओं को निकालने की तैयारी चल रही थी। शनिवार को शिक्षिकाएं कॉलेज में पहुंची तो गेटमैन ने इन्हें अंदर प्रवेश नहीं करने दिया। गेटमैन ने प्रधानाचार्य द्वारा इन्हें प्रवेश न करने का आदेश बताते हुए इन्हें कॉलेज से बाहर कर दिया।
शिक्षिकाएं कॉलेज गेट पर ही धरने पर बैठ गई तथा इनके द्वारा न्याय की मांग शुरू कर दी गई। जानकारी मिलने पर प्रबंध तंत्र में भी अफरा-तफरी मच गई। प्रबंधक ने मौके पर पहुंच कर शिक्षिकाओं को कॉलेज में बुलवाकर आश्वासन दिया, इसके बाद शिक्षिकाओं ने धरना समाप्त किया।
मैं अवकाश पर हूं, शिक्षिकाओं को निकालने से कॉलेज का कोई संबंध नहीं है। कॉलेज में सरकारी शिक्षक हैं, इन शिक्षिकाओं को प्रबंधतंत्र ने रखा था तथा वही इन्हें वेतन दे रहा था। हम कल कॉलेज पहुंचकर मामले की जानकारी करेंगे। -अंजुमा रियाज, प्रधानाचार्य दाऊदयाल इंटर कॉलेज
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