[ad_1]

केला और सिंघाड़ा
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
प्रदेश सरकार की ओर से पिछले पांच वर्षों में खोदे गए 511 तालाबों में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से पैदा किए जाने वाले सिंघाड़े और केले की उपज को विदेश भेजने की तैयारी है। खेती करने वाली महिलाओं को योगी सरकार विशेषज्ञों से प्रशिक्षण भी दिलाएगी।
मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने बताया कि सिंघाड़े की खेती के लिए ऐसे तालाबों का ही चयन किया जाएगा जिसमें पानी उपलब्ध हो और तालाब महिला के घर के आसपास हो। उसका इस्तेमाल पूजा के लिए न हो रहा हो। उसके आसपास मंदिर न हो। खेती के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को विशेषज्ञों से प्रशिक्षित भी कराया जाएगा। सिंघाड़े और केले की विदेशों में भी मांग है। इसलिए इनके निर्यात की योजना बनाई जा रही है।
पिछले पांच वर्षों में विभिन्न विभागों की ओर से वाराणसी में खोदे गए तालाब
- मनरेगा तालाब- 491
- लघु सिंचाई- 14
- भूमि संरक्षण विभाग- 06
[ad_2]
Source link