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इस बीच अधिकतम तापमान एक झटके में छह डिग्री लुढ़ककर 13.4 पर आ गया। न्यूनतम तापमान भी तीन डिग्री गिरकर 4.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इस बार पड़ रही कड़ाके की सर्दी ने हिलाकर रख दिया है। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग प्रमुख डॉ. एसएन पांडेय के अनुसार 14 जनवरी तक धूप निकलने की संभावना नहीं है। इसके बाद धूप निकलेगी, लेकिन बर्फीली हवाओं का सितम भी बढ़ जाएगा। इसके चलते लोगों को ठंड से जल्द राहत नहीं मिलेगी।
डॉ. पांडेय के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की वजह से बनने वाले बादल अचानक से पश्चिमी क्षेत्रों तक सिमटकर रह गए। इसकी वजह से शहर और इसके आसपास के क्षेत्रों में पारा बढ़ने के बजाए घटने लगा है। इससे कोहरे के साथ कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
11 दिन में साढ़े पांच घंटे निकला सूरज
पहली जनवरी से अब तक कोहरे की वजह से सूरज ठीक से निकल नहीं पाया। मंगलवार का दिन छोड़ दें तो बाकी दिन लोग धूप के लिए तरसते रहे। मौसम विभाग के अनुसार इन 11 दिनों में पांच घंटे ही ठीक से सूरज के दर्शन हुए हैं।
जनजीवन हुआ जनजीवन अस्त व्यस्त
शहर में ठंड और गलन के कारण घर से निकलना मुश्किल हो गया है। शीतलहर के प्रकोप से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। हर गली, मोहल्ले और घाटों पर बैठे लोग ठंड से थर-थर कांप रहे हैं। नए साल की शुरुआत से लेकर अब तक जिस तरह से बर्फीली हवाएं चल रही हैं, उसी का असर है कि गलन भी बढ़ गई है।
इन बातों का रखें ध्यान
- पुराने रोगी, कोरोना से ठीक हुए लोग ठंड में बाहर न निकलें।
- नसों के रोगी गर्म कपड़ा लपेटकर शरीर को गर्म रखें।
- हाई ब्लड प्रेशर के रोगी जांच कराकर दवा की डोज दुरुस्त करा लें।
- ब्लड प्रेशर न बढ़ने दें, इससे ब्रेन और हार्टअटैक पड़ सकता है।
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