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प्रदर्शन करते विधानसभा के बर्खास्त कर्मचारी।
– फोटो : अमर उजाला
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विधानसभा के बर्खास्त कर्मचारियों ने चौथे दिन विधानसभा के बाहर आर्टिकल 14 का मास्क पहन कर धरना प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने कहा कि कोटिया कमेटी की महज 20 दिन की जांच के बाद 2016 के बाद नियुक्त कर्मचारियों की नियुक्तियां रद्द कर दी गईं, जबकि इससे पहले के कर्मचारियों को विधिक राय के नाम पर क्लीन चिट दे दी गई।
कर्मचारियों ने कहा कि मामले यदि कोई सकारात्मक कार्रवाई न हुई तो इसके विरोध में आंदोलन तेज करने को बाध्य होंगे। इससे पहले बुधवार को विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे बर्खास्त कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जबरन हटाया। इस कार्रवाई से गुस्साए कार्मिकों व पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई। जिससे दो महिलाएं बेहोश हो गई। बर्खास्त कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता है तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
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बर्खास्त कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें न्याय नहीं मिला तो विधानसभा अध्यक्ष के घर के बाहर आत्मदाह कर लेंगे। उन्हें न्याय मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा।
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