Uttarakhand: नेपाल से हुए पथराव के विरोध में भारतीयों ने बंद कराया झूला पुल, दार्चुला मुख्यालय गए अधिकारी

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उपजिलाधिकारी नाराज लोगो को समझाते हुए।

उपजिलाधिकारी नाराज लोगो को समझाते हुए।
– फोटो : अमर उजाला

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धारचूला में रविवार को नेपाल की ओर से किए गए पथराव में एक मजदूर के घायल होने की घटना से लोगों में नाराजगी है। नेपाल की ओर से लगातार किए जा रहे पथराव के विरोध में सोमवार को भारतीयों ने अंतरराष्ट्रीय झूला पुल बंद करा दिया इससे लगभग 1घंटा 40 मिनट तक दोनों देशों के बीच आवाजाही बंद रही।

सोमवार को धारचूला  व्यापार मंडल अध्यक्ष भूपेंद्र थापा के नेतृत्व में कई व्यापारियों ने सुबह 7 बजे पुल पर पहुंचकर एसएसबी को पुल के गेट नहीं खोलने दिए। पुल बंद की सूचना मिलने पर उपजिलाधिकारी दिवेश शाशनी पुल पर पहुंचे और नाराज व्यापारियों को समझाया। 

व्यापार मंडल अध्यक्ष ने उपजिलाधिकारी से नेपाल की ओर से आये दिन पत्थरबाजी करने वाले पर दार्चुला प्रशासन से कानूनी मांग की। जिस पर उपजिलाधिकारी ने तीन दिन के भीतर इस मामले में उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।  व्यापारियों ने लगभग 1 घंटे 40 मिनट के बाद पुल खोने दिया। जिसके बाद पुल पर आवाजाही शुरू हो पाई। 
 

दार्चुला जिला मुख्यालय गए अधिकारी
नेपाल की ओर से किए गए पथराव के बाद उत्पन्न तनाव को देखते हुए पिथौरागढ़ से अपर जिलाधिकारी फिंचाराम चौहान भी सोमवार को धारचूला पहुंचे। अपर जिलाधिकारी धारचूला के संयुक्त मजिस्ट्रेट दिवेश शाशनी के साथ नेपाल के अधिकारियों से वार्ता करने के लिए दार्चुला जिला मुख्यालय गए हैं।

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विस्तार

धारचूला में रविवार को नेपाल की ओर से किए गए पथराव में एक मजदूर के घायल होने की घटना से लोगों में नाराजगी है। नेपाल की ओर से लगातार किए जा रहे पथराव के विरोध में सोमवार को भारतीयों ने अंतरराष्ट्रीय झूला पुल बंद करा दिया इससे लगभग 1घंटा 40 मिनट तक दोनों देशों के बीच आवाजाही बंद रही।

सोमवार को धारचूला  व्यापार मंडल अध्यक्ष भूपेंद्र थापा के नेतृत्व में कई व्यापारियों ने सुबह 7 बजे पुल पर पहुंचकर एसएसबी को पुल के गेट नहीं खोलने दिए। पुल बंद की सूचना मिलने पर उपजिलाधिकारी दिवेश शाशनी पुल पर पहुंचे और नाराज व्यापारियों को समझाया। 

व्यापार मंडल अध्यक्ष ने उपजिलाधिकारी से नेपाल की ओर से आये दिन पत्थरबाजी करने वाले पर दार्चुला प्रशासन से कानूनी मांग की। जिस पर उपजिलाधिकारी ने तीन दिन के भीतर इस मामले में उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।  व्यापारियों ने लगभग 1 घंटे 40 मिनट के बाद पुल खोने दिया। जिसके बाद पुल पर आवाजाही शुरू हो पाई। 

 



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