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हेली सर्विस
– फोटो : अमर उजाला
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केदार घाटी में हेली हादसों को रोकने के लिए अभी तक सीसीटीवी कैमरे नहीं लग पाए हैं। वहीं, केदारनाथ में मौसम संबंधी जानकारी देने के लिए डॉप्लर रडार लगाने की योजना भी ठंडे बस्ते में है। पिछले साल अक्तूबर में केदार घाटी में खराब मौसम के कारण हेलिकॉप्टर दुर्घटना ग्रस्त हो गया था। इस हादसे में पायलट और 6 यात्रियों की मौत हो गई है।
इस बार उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) की ओर से हेली हादसे रोकने के लिए मौसम संबंधी जानकारी देने को केदार घाटी में अलग-अलग स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं। इन कैमरों को आपदा कंट्रोल से जोड़कर हेलिकॉप्टर के पायलट और क्रू मेंबर को तत्काल मौसम संबंधी जानकारी दी जानी थी।
25 अप्रैल से केदारनाथ हेली सेवा का संचालन शुरू हो गया है। अभी तक सीसीटीवी कैमरे चालू नहीं हो पाए हैं। इसके अलावा नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने सुरक्षा के लिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के तकनीकी सहयोग से केदारघाटी में डॉलर रडार लगाने की पहल की थी। यह योजना भी ठंडे बस्ते में है।
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केदार घाटी में हेली सेवाओं को मौसम की जानकारी देेने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम शुरू हो गया है। बारिश और बर्फबारी के कारण इस काम में देरी हुई है। कंपनी को शीघ्र ही सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। – दिलीप जावलकर, सचिव, नागरिक उड्डयन
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