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आईएफएस राजीव भरतरी
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तराखंड वन विभाग में घमासान जारी है। हाईकोर्ट से जंग जीतने के बाद मंगलवार को विभाग के फिर मुखिया बने पीसीसीएफ राजीव भरतरी चार्ज संभालते ही एक्शन में नजर आए। बुधवार को ही उन्होंने कुछ वन विभाग अधिकारियों के तबादले कर दिए। बृहस्पतिवार को शासन ने भरतरी के किए सभी तबादले रद्द कर दिए। साथ ही उनके तबादले संबंधी अधिकार भी सीज कर दिए। शासन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है भरतरी इस तरह का कोई भी नीतिगत निर्णय शासन की अनुमति के बिना नहीं लेंगे।
वन विभाग के सचिव विजय कुमार यादव के मुताबिक हाईकोर्ट का आदेश है कि भरतरी उनसे संबंधित किसी मामले में कोई निर्णय नहीं लेंगे। इसके बावजूद उन्होंने पदभार संभालते ही 10 वन क्षेत्राधिकारियों के तबादले कर दिए। जबकि सीसीएफ मानव संसाधन मनोज चंद्रन ने चार उप वन क्षेत्राधिकारियों के तबादले कर उन्हें प्रभारी रेंज अधिकारी बना दिया।
सचिव ने कहा, भरतरी को 10 मार्च 2023 को प्रमुख वन संरक्षक के पद पर कार्यरत रहने की अवधि के दौरान कार्बेट टाइगर रिजर्व के तहत कंडी रोड निर्माण, मोरघट्टी, पाखरो वन विश्राम गृह परिसर में भवनों का निर्माण, पाखरों में टाइगर सफारी में वृक्षों का अवैध पातन सहित विभिन्न मामलों में आरोपपत्र दिया गया था।
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