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धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक सुमित हृदेश
– फोटो : Congress MLA Sumit Hridesh sitting on dharna
विस्तार
उत्तराखंड विधानसभा सत्र के चौथे दिन सदन के बाहर कांग्रेस विधायकों ने प्रदर्शन किया। कांग्रेस विधायक सुमित हृदेश हल्द्वानी क्षेत्र में सड़कों पर गड्ढे, बस अड्डा और अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के मुद्दों को लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया। वहीं, विधानसभा में जोशीमठ आपदा समेत कर्णप्रयाग व मुनस्यारी में प्राकृतिक आपदाओं का मुद्दा गरमाया। कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने जोशीमठ प्रभावितों की आर्थिक सहायता को ऊंट के मुंह जीरे के समान बताया और बाजार दरों पर भूमि और भवनों का मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि कर्णप्रयाग में कई भवनों में दरारें हैं। मुनस्यारी में 30 आपदा प्रभावित स्टेडियम में रहने को मजबूर हैं, लेकिन सरकार ने उनके लिए कुछ नहीं किया है।
संसदीय कार्यमंत्री ने जोशीमठ के लिए सरकार की पुनर्वास नीति के तहत घोषित धनराशि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने बजट में एक हजार करोड़ का प्रावधान किया है। मुनस्यारी के 15 आपदा प्रभावितों के पुनर्वास के लिए भूमि तलाश ली गई है जल्द पुनर्वास होगा। अन्य परिवार जो सरकारी भूमि पर रह रहे थे, उनके पुनर्वास की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। हरीश धामी मुनस्यारी के सभी आपदा प्रभावितों के पुनर्वास की मांग की। संसदीय कार्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर उन्होंने सदन से वॉकआउट कर दिया। इसके बाद अन्य सदस्यों ने भी वॉकआउट कर दिया। विपक्ष का कहना है कि सरकार सदन में विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है। बजट में जो विसंगतियां हैं उस पर बोलने नहीं दिया जा रहा है। विपक्ष ने वेल में आकर नारे लगाए और सदन की कार्रवाई से वाॅकआउट कर दिया।
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