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वाराणसी में रोपवे का मॉडल
– फोटो : अमर उजाला
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देश की पहली और दुनिया की तीसरी पब्लिक ट्रांसपोर्ट राेपवे परियोजना काशी विश्वनाथ धाम की ओर बढ़ चली है। कैंट से गोदौलिया के बीच रोपवे के तीन टावरों के निर्माण के लिए बुधवार को सवा दो करोड़ रुपये खर्च कर आठ जमीनों का बैनामा कराया गया। काशी विश्वनाथ धाम मॉडल पर जमीन बैनामे की प्रक्रिया में एक ही दिन में आठ रजिस्ट्री से विकास प्राधिकरण के अधिकारी उत्साहित हैं।
देश और दुनिया से वाराणसी कैंट स्टेशन पहुंचने वाले शिवभक्तों की काशी विश्वनाथ धाम तक की राह सुगम होगी। इसके लिए रोपवे के तीन रावरों के लिए बुधवार को जमीन मिल गई। गोदौलिया से सिगरा के बीच टावर नंबर 15, 17 और 24 के लिए आठ मालिकों की 100 वर्गमीटर से ज्यादा जमीन का बैनामा कराया गया। प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, 15 अप्रैल तक निजी और सरकारी संपत्तियों का बैनामा पूरा करा लिया जाएगा। इसी महीने के अंतिम सप्ताह से टावरों का निर्माण शुरू हो जाएगा। निजी संपत्तियों का बैनामा कराने के बाद सरकारी संपत्तियों के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने की प्रक्रिया शुरू होगी। फिलहाल, रोपवे के पांच टावरों के लिए 11 जमीनों की रजिस्ट्री कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है। तीन और लोगों से जल्द ही जमीनों का बैनामा कराया जाएगा।
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