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                        दशाश्वमेध घाट पर दोपहर में सन्नाटा
                                    – फोटो : अमर उजाला 
                    
विस्तार
वाराणसी समेत पूर्वांचल के जिलों में फरवरी के महीने में ही अप्रैल जैसी गर्मी का अहसास होने लगा है। सुबह-शाम के वक्त गुलाबी ठंड है, लेकिन दोपहर के वक्त तेज गर्मी पड़ने लगी है। सोमवार सुबह से ही तेज धूप निकली है। रविवार को हवा की रफ्तार थमी रही, लेकिन धूप ने रंग दिखाया। इससे तापमान बढ़ा और सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस ज्यादा रिकॉर्ड किया गया। इससे उमस महसूस की गई।
ज्यादातर घरों और कार्यालयों में पंखे भी चलने लगे। रात में रजाई ओढ़ने पर गर्मी हो रही है, वहीं रजाई न ओढ़ने पर हल्की-हल्की सर्दी का अहसास हो रहा है। लोगों का कहना है कि जो मौसम अप्रैल में होता था, वह फरवरी में देखने को मिल रहा है। वहीं सड़कों पर गन्ने के रस के ठेले भी लगने लगे हैं, जबकि आमतौर पर होली के बाद गन्ने के रस के ठेले और अन्य पेय पदार्थ की दुकानें देखने को मिलती थी।
औसत तापमान सामान्य से ज्यादा
जनवरी में जहां घना कोहरा छाया और नम पछुआ हवाएं चलीं, वहीं फरवरी में शुरूआत से ही तापमान का उतार-चढ़ावा जारी है। रविवार को न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस रिक\र्ड किया गया, जो सामान्य से ज्यादा है। 24 घंटे में ही एक डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ा है।
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