[ad_1]

जम्मू अप्सरा रोड हाई स्ट्रीट प्रवेशद्वार
– फोटो : संवाद
विस्तार
दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों की हवा में गुणवत्ता अति गंभीर होती जा रही है। कई शहरों में 450 से 500 तक एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) है। फिलहाल जम्मू में राहत है। लेकिन दिवाली और उसके बाद तक लगातार मौसम ड्राई रहा तो प्रदूषण का स्तर बढ़ जाएगा जिससे एलर्जी और सांस संबंधी रोगों की समस्याएं आएंगी।
विशेषज्ञों के अनुसार बारिश से हवा में धूल के कण बैठ जाते हैं, जिससे प्रदूषण का स्तर गिर जाता है। ऐसा न होने पर हवा में प्रदूषण की एक लेयर बनती है जिसका प्रभाव कई दिन रहता है। पिछले साल दिवाली से ठीक पहले हुई बारिश से इसका फायदा देखा गया था।
2022 में दिवाली के 24 घंटे के भीतर नरवाल केंद्र से एक्यूआई 159, एमए स्टेडियम केंद्र से 125 और विक्रम चौक केंद्र से 118 दर्ज किया गया था। यह सामान्य 100 से थोड़ा अधिक था। जम्मू में मौजूदा 100 से ऊपर चल रहे एक्यूआई से मध्यम प्रदूषित क्षेत्र बना है जो फिलहाल खतरे से बाहर है। पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक यशपाल का कहना है कि ग्रीन आतिशबाजी से प्रदूषण को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
मौजूदा समय में मौसम लगातार साफ चल रहा है। दीपावली के बाद प्रदूषण बढ़ेगा। आतिशबाजी से हवा में फैलने वाले कई जहरीले केमिकल का कई दिन प्रभाव रहेगा। जम्मू कश्मीर प्रदूषण नियंत्रण समिति के क्षेत्रीय निदेशक सतपाल बाखरू कहते हैं – कुछ साल में प्रदूषण का स्तर गिरना अच्छा संकेत है।
[ad_2]
Source link