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गोंडा में अपने समर्थकों के साथ संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह।
– फोटो : amar ujala
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भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने पहलवानों के सभी आरोपों को मनगढ़ंत बताया है। उनका कहना है कि देश के 97 फीसदी पहलवान मेरे साथ हैं। सिर्फ तीन फीसदी पहलवान विरोध कर रहे हैं। यौन शोषण के आरोपों से घिरे भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं हर तरह की जांच के लिए तैयार हूं। दोषी बनकर इस्तीफा नहीं दूंगा। सिंह शुक्रवार को गोंडा के नंदिनी नगर स्थित आवास पर अपने नजदीकी लोगों से विचार विमर्श कर बाहर निकल गए हैं। शुक्रवार को उन्होंने कई बार समय बदलने के बाद प्रेस कांफ्रेंस निरस्त कर दी।
कुश्ती संघ के अध्यक्ष विवादों के बीच गुरुवार की देर रात अपने पैतृक गांव विश्नोहरपुर पहुंचे। सुबह नंदिनी नगर में उन्होंने देश भर से आए पहलवानों से मुलाकात की। बाद में मीडिया से कहा कि अभी ज्यादा कुछ नहीं कह सकता। मुझे इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा गया है, 24 घंटे में जवाब मांगा गया है। जवाब भेज दूंगा। पहलवानों के विरोध पर उन्होंने स्पष्ट किया कि मैंने सभी पहलवानों को अवसर देने के लिए प्रतियोगिताओं का सिलसिला शुरू किया है। जो कुछ लोगों को रास नहीं आ रहा है।
उन्होंने कहा कि विवादों के कारण नेशनल चैंपियनशिप रद्द नहीं कर सकते यहां देश भर से पहलवान आए हैं। उनका नुकसान होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि विदेश मैं नहीं भागूंगा, 23 जनवरी तक तो नंदिनी नगर में ही हूं। सही समय पर जवाब देंगे। सरकार चाहे तो सीबीआई से जांच करा ले।
वापस लौट गए 90 फीसदी पहलवान
पहलवानों और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष के बीच छिड़ी रार का असर शनिवार से होने वाली राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता पर दिखने लगा है। प्रतियोगिता में आए पहलवानों ने शुक्रवार को बहिष्कार कर दिया और घर वापस लौट गए। इनमें से ज्यादातर हरियाणा के पहलवान बताए जा रहे हैं। वहीं टैंपो से वापस जा रहे पहलवानों का दावा है कि प्रतियोगिता में शामिल होने वाले 90 फीसदी पहलवान हम लोगों के साथ हैं। वह सभी अपने सीनियर खिलाड़ियों का समर्थन में दिल्ली के जंतर मंतर जा रहे हैं। नवाबगंज के नंदिनी नगर स्पोर्ट्स स्टेडियम में शनिवार से तीन दिवसीय राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता शुरू होनी है। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने तैयारियों का निरीक्षण किया। इसके बाद प्रतियोगिता के शुभारंभ की परंपरा के तहत पूजन भी हुआ।
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