WhatsApp: अब ग्रुप्स की प्राइवेसी होगी और भी ज्यादा बेहतर, बिना नाम रखे भी बना सकेंगे Group

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whatsapp new feature

पॉपुलर इंस्टेंट मैसेजिंग प्लैटफॉर्म WhatsApp ने दिसंबर 2022 में अपने कम्युनिटी फीचर को दुनिया के सामने पेश किया था. तभी से लेकर मेटा के स्वामित्व वाला प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप कम्युनिटीज यूजर्स के लिए यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए नए फीचर्स जारी करता रहता है. बता दें अब व्हाट्सएप ने कम्युनिटीज के लिए एक नया जनरल ग्रुप चैट फीचर लाने की तैयारी शुरू कर दी है.

WhatsApp Features

WABetaInfo द्वारा पेश किये गए रिपोर्ट के अनुसार, इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप कम्युनिटीज और कम्युनिटी के मेंबर्स के बीच कम्युनिकेशन को बेहतर बनाने के लिए एक नए फीचर पर काम कर रहा है. एंड्रॉयड बीटा टेस्टर्स के लिए उपलब्ध, मेटा के स्वामित्व वाला प्लेटफ़ॉर्म कम्युनिटीज के लिए एक जेनरल ग्रुप चैट फीचर की शुरुआत कर रहा है.

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पेश किये गए रिपोर्ट के अनुसार, यह कम्युनिटीज के लिए एक नया ग्रुप है जो कम्युनिटी के मेंबर्स को एक-दूसरे से बात करने की अनुमति देता है. जब कोई व्यक्ति किसी कम्युनिटी में शामिल होता है, तो उसे ऑटोमैटिकली जेनरल ग्रुप चैट में जोड़ा जा सकता है, जैसा कि कम्युनिटी अनाउंसमेंट ग्रुप के साथ पहले से ही होता है. यह पता लगाने के लिए कि क्या यह फीचर आपके व्हाट्सएप अकाउंट के लिए पहले से ही उपलब्ध है, आपको एक नया कम्युनिटी बनाना होगा.

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रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है, ध्यान दें कि इस ग्रुप के लिए मैक्सिमम कैपेसिटी अभी भी 1024 है. इसके अलावा, ऐसा लगता है कि यह ग्रुप फोन नंबर प्राइवेसीत ऑप्शन द्वारा संरक्षित नहीं है और इसके पार्टिसिपेंट्स की लिस्ट छिपी नहीं है. नई सामान्य चैट सुविधा नए कम्युनिटी के मेंबर्स को अन्य लोगों से बात करने और यह जानने में सक्षम बनाएगी कि कम्युनिटी और उसके ग्रुप कैसे काम करते हैं.

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बता दें WhatsApp ने एक नया फीचर पेश किया है जो यूजर्स को नाम देने की शुरूआती जरूरत के बिना इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप के भीतर ग्रुप बनाने की अनुमति देता है. पहले, ग्रुप के मेंबर्स को चैट शुरू करने से पहले यूजर्स को एक नाम निर्दिष्ट करना जरुरी था.

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यह फीचर उन स्थितियों में विशेष रूप से उपयोगी है जहां यूजर्स जल्दी से एक ग्रुप क्रिएट करना चाहते हैं. यह ध्यान देने योग्य है कि 6 पार्टिसिपेंट्स की मैक्सिमम कैपेसिटी वाले बिना नाम वाले ग्रुप्स को अब ग्रुप के मेंबर्स की संरचना के आधार पर ऑटोमैटिक रूप से एक नाम सौंपा जाएगा.

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