उत्तराखंड के जोशीमठ में कुदरत के कहर के बीच लोगों ने किया अपना दर्द बयां

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जोशीमठ की आबादी 25 से 30 हजार के करीब है। पहाड़ों पर कड़ाके की ठंड पड़ रही है लेकिन लोग घरों से बाहर रहने को मजबूर हैं क्योंकि उनका घर फट रहा है। तकरीबन 3000 से ज्यादा जिंदगी इस वक्त खतरे में हैं। जोशीमठ में जमीन फटने के पीछे इलाके के लोग एनटीपीसी के विष्णुगाड-तपोवन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए बन रही टनल को जिम्मेदार बता रहे हैं। एनटीपीसी के हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के खिलाफ लोगों ने रात में मशाल जुसूल निकाला। प्रशासन के साथ साथ सरकार के खिलाफ भी लोगों ने हल्ला बोला।



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