जम्मू कश्मीर: सिद्दड़ा नाके पर पुलिस को निशाना बनाकर किया गया था ग्रेनेड हमला, दो कर्मी बाल-बाल बचे

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जम्मू में तलाशी अभियान चलाते पुलिस कर्मी

जम्मू में तलाशी अभियान चलाते पुलिस कर्मी
– फोटो : अमर उजाला

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जम्मू में सिद्दड़ा पुल के पास मंगलवार देर रात हुआ संदिग्ध धमाका ग्रेनेड हमला था। पुल पर मौजूद पुलिसकर्मियों को निशाना बनाकर यह हमला किया गया था। हालांकि हमलावर चूक गए और ग्रेनेड पास के एक बिजली के खंभे और पेड़ के बीच जा गिरा। खंभे पर छर्रे के निशान मिले हैं।

इस हमले के बाद सभी जांच एजेंसियां जांच में जुट गई हैं। बुधवार सुबह पुलिस ने पुल और इसके आसपास के इलाके में तलाशी अभियान चलाया। एफएसएल की टीम ने मौके से जांच के जरूरी सबूत जुटाए हैं। मौका ए वारदात से एफएसएल को ग्रेनेड के छर्रे मिले हैं।

इनको जांच के लिए लैब में भेजा गया है। इस हमले के बाद शहर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। आसपास के इलाकों में सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है। पुलिस ने ग्रेनेड वाले स्थान के आसपास के 50 मीटर के क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है। 

दो पुलिसकर्मी थे ड्यूटी पर

सिद्दड़ा पुल के नगरोटा की तरफ खत्म होते ही पुलिस का नाका है। यहीं पर एक चौक भी है। इस चौक पर एक रास्ता पंजतीर्थि से आता है, जबकि एक रास्ता नगरोटा और सिद्दड़ा को जोड़ता है। कश्मीर से बाहरी राज्यों और जम्मू में आने वाले अधिकतर वाहन इसी पुल और चौक से होकर जाते हैं।

इस चौक पर कुछ पुलिसकर्मी पंजतीर्थि की तरफ जाने वाले रास्ते पर खड़े होते हैं। कुछ पुलिसकर्मी पुल को दोनों तरफ से कवर करते हैं। मंगलवार की रात दो पुलिसकर्मी ही तैनात थे। यह पुलिसकर्मी पुल के पास कर्मियों के लिए बनाए गए मोर्चे पर तैनात थे। 

एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी धमाके की आवाज

धमाका होने के बाद मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों के होश उड़ गए। कुछ देर के लिए उन्हें समझ ही नहीं आया कि हुआ क्या है। सिर्फ इतना पता चला कि किस तरफ से आवाज आई। कर्मियों ने इसकी जानकारी सिद्दड़ा पुलिस चौकी में दी। हालांकि इनके बताने से पहले ही पुलिस चौकी में धमाके की आवाज सुनी जा चुकी थी। पुलिस चौकी मौका ए वारदात से करीब एक किलोमीटर दूर है। 

किस तरफ से फेंका गया ग्रेनेड, जांच का विषय

जानकारी के अनुसार यह ग्रेनेड पंजतीर्थि की तरफ जाने वाले रास्ते के ऊपर बने स्वागतम गेट के बिल्कुल पास खंभे और पेड़ के बीच गिरा। माना जा रहा है कि हमलावरों ने यह ग्रेनेड पंजतीर्थि रोड की तरफ से दूर से फेंका हो। यह ग्रेनेड सिद्दड़ा की तरफ जाने वाले पुल पर खड़े कर्मियों को निशाना बनाकर फेंका हो। लेकिन हमलावरों का निशाना चूक गया और ग्रेनेड करीब 30 फुट पीछे ही गिर गया। अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि ग्रेनेड किस तरफ से फेंका गया है। 

खोजी कुत्तों की मदद से चलाया तलाशी अभियान

हमले के बाद बुधवार तड़के पुलिस, एफएसएल आदि टीमें मौके पर पहुंची। खोजी कुत्तों की मदद से मौका ए वारदात और आसपास के पूरे इलाके को खंगाला गया। एनआईए, एसआईए, एमआई, रॉ, आईबी, सीआईडी समेत तमाम खुफिया एवं जांच एजेंसियां मौके पर पहुंची और जांच के जरूरी सबूत जुटाए। 

कर्मियों को लगा बुलेट से पटाखे निकाले

बता दें कि मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों की जब सीनियर पुलिस अधिकारियों से बातचीत हुई, तो उन्होंने कहा कि एक पल के लिए तो उन्हें लगा कि किसी ने शरारत की है। किसी युवक ने बुलेट मोटरसाइकिल से यह हरकत की है। यह भी लगा कि किसी ने शादी में पटाखे चलाए हों। बुधवार सुबह जब एफएसएल की टीमें मौके पर पहुंची तो मौके से ग्रेनेड के छर्रे मिले। इससे साफ हुआ कि यह ग्रेनेड हमला था। 

महत्वपूर्ण नाका होने के बावजूद सीसीटीवी नहीं

बता दें कि सिद्दड़ा पुलिस नाका महत्वपूर्ण है। लेकिन हैरानी की बात है कि यहां कोई सीसीटीवी नहीं है। यदि सीसीटीवी होता तो पुलिस को काफी जानकारी मिल सकती थी। 

विस्तार

जम्मू में सिद्दड़ा पुल के पास मंगलवार देर रात हुआ संदिग्ध धमाका ग्रेनेड हमला था। पुल पर मौजूद पुलिसकर्मियों को निशाना बनाकर यह हमला किया गया था। हालांकि हमलावर चूक गए और ग्रेनेड पास के एक बिजली के खंभे और पेड़ के बीच जा गिरा। खंभे पर छर्रे के निशान मिले हैं।

इस हमले के बाद सभी जांच एजेंसियां जांच में जुट गई हैं। बुधवार सुबह पुलिस ने पुल और इसके आसपास के इलाके में तलाशी अभियान चलाया। एफएसएल की टीम ने मौके से जांच के जरूरी सबूत जुटाए हैं। मौका ए वारदात से एफएसएल को ग्रेनेड के छर्रे मिले हैं।

इनको जांच के लिए लैब में भेजा गया है। इस हमले के बाद शहर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। आसपास के इलाकों में सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है। पुलिस ने ग्रेनेड वाले स्थान के आसपास के 50 मीटर के क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है। 

दो पुलिसकर्मी थे ड्यूटी पर

सिद्दड़ा पुल के नगरोटा की तरफ खत्म होते ही पुलिस का नाका है। यहीं पर एक चौक भी है। इस चौक पर एक रास्ता पंजतीर्थि से आता है, जबकि एक रास्ता नगरोटा और सिद्दड़ा को जोड़ता है। कश्मीर से बाहरी राज्यों और जम्मू में आने वाले अधिकतर वाहन इसी पुल और चौक से होकर जाते हैं।

इस चौक पर कुछ पुलिसकर्मी पंजतीर्थि की तरफ जाने वाले रास्ते पर खड़े होते हैं। कुछ पुलिसकर्मी पुल को दोनों तरफ से कवर करते हैं। मंगलवार की रात दो पुलिसकर्मी ही तैनात थे। यह पुलिसकर्मी पुल के पास कर्मियों के लिए बनाए गए मोर्चे पर तैनात थे। 

एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी धमाके की आवाज

धमाका होने के बाद मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों के होश उड़ गए। कुछ देर के लिए उन्हें समझ ही नहीं आया कि हुआ क्या है। सिर्फ इतना पता चला कि किस तरफ से आवाज आई। कर्मियों ने इसकी जानकारी सिद्दड़ा पुलिस चौकी में दी। हालांकि इनके बताने से पहले ही पुलिस चौकी में धमाके की आवाज सुनी जा चुकी थी। पुलिस चौकी मौका ए वारदात से करीब एक किलोमीटर दूर है। 

किस तरफ से फेंका गया ग्रेनेड, जांच का विषय

जानकारी के अनुसार यह ग्रेनेड पंजतीर्थि की तरफ जाने वाले रास्ते के ऊपर बने स्वागतम गेट के बिल्कुल पास खंभे और पेड़ के बीच गिरा। माना जा रहा है कि हमलावरों ने यह ग्रेनेड पंजतीर्थि रोड की तरफ से दूर से फेंका हो। यह ग्रेनेड सिद्दड़ा की तरफ जाने वाले पुल पर खड़े कर्मियों को निशाना बनाकर फेंका हो। लेकिन हमलावरों का निशाना चूक गया और ग्रेनेड करीब 30 फुट पीछे ही गिर गया। अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि ग्रेनेड किस तरफ से फेंका गया है। 

खोजी कुत्तों की मदद से चलाया तलाशी अभियान

हमले के बाद बुधवार तड़के पुलिस, एफएसएल आदि टीमें मौके पर पहुंची। खोजी कुत्तों की मदद से मौका ए वारदात और आसपास के पूरे इलाके को खंगाला गया। एनआईए, एसआईए, एमआई, रॉ, आईबी, सीआईडी समेत तमाम खुफिया एवं जांच एजेंसियां मौके पर पहुंची और जांच के जरूरी सबूत जुटाए। 

कर्मियों को लगा बुलेट से पटाखे निकाले

बता दें कि मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों की जब सीनियर पुलिस अधिकारियों से बातचीत हुई, तो उन्होंने कहा कि एक पल के लिए तो उन्हें लगा कि किसी ने शरारत की है। किसी युवक ने बुलेट मोटरसाइकिल से यह हरकत की है। यह भी लगा कि किसी ने शादी में पटाखे चलाए हों। बुधवार सुबह जब एफएसएल की टीमें मौके पर पहुंची तो मौके से ग्रेनेड के छर्रे मिले। इससे साफ हुआ कि यह ग्रेनेड हमला था। 

महत्वपूर्ण नाका होने के बावजूद सीसीटीवी नहीं

बता दें कि सिद्दड़ा पुलिस नाका महत्वपूर्ण है। लेकिन हैरानी की बात है कि यहां कोई सीसीटीवी नहीं है। यदि सीसीटीवी होता तो पुलिस को काफी जानकारी मिल सकती थी। 



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