तलाकशुदा पत्नी का कबूलनामा: प्रेमी के साथ मिलकर की मीट कारोबारी की हत्या, बेटे से जुड़ी थी वारदात की वजह

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सहसपुर क्षेत्र में मीट कारोबारी की हत्या उसकी तलाकशुदा पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर की थी। पुलिस के अनुसार कारोबारी लगातार अपनी संपत्तियों को बेच रहा था। ऐसे में महिला को डर था कि वह उसके बेटे के लिए कुछ नहीं छोड़ेगा। अपने बेटे के भविष्य की चिंता में महिला ने यह कदम उठाया। पुलिस ने महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को न्यायालय के आदेश पर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।

बृहस्पतिवार को एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए सहसपुर क्षेत्र में हुए हत्याकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि बीते बुधवार को सहसपुर के बालूवाला स्थित एक मकान में गुमान सिंह नाम के मीट कारोबारी का शव पड़ा हुआ था।

गुमान सिंह की बहन पुष्पा देवी की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। इस दौरान मकान तक आने वाले रूट के करीब 45 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी गई। फुटेज में एक महिला मोटरसाइकिल पर एक व्यक्ति के साथ आती दिख रही थी। पुष्पा देवी ने इस महिला की पहचान अपनी पूर्व भाभी आशा यादव के रूप में की। 

पुलिस ने आशा यादव के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि उसने हत्या से पहले कई दफा रणजीत सिंह (निवासी गजा, टिहरी गढ़वाल) नाम के व्यक्ति से बात की है। हत्या के बाद भी लगातार उससे बात की जा रही थी। इस पर पुलिस ने शक के आधार पर आशा यादव और रणजीत सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की।

एसएसपी के अनुसार आशा यादव ने पुलिस के सामने हत्याकांड का राज खोल दिया। उसने बताया कि गुमान सिंह से उसका 2013 में तलाक हो गया था। इसके बाद से उनका बेटा गुमान सिंह के साथ ही रहता था। आशा के मुताबिक गुमान सिंह उनके बेटे का ख्याल नहीं रखता था। कुछ दिन पहले पता चला कि वह लगातार अपनी संपत्तियों को बेच रहा है। 

 

बालूवाला स्थित मकान को भी उसने 12 लाख रुपये में किसी को बेच दिया था। इसमें से बहुत सा रुपया वह खर्च भी कर चुका था। आशा को डर सताने लगा था कि इस तरह वह उनके बेटे के लिए कुछ नहीं छोड़ेगा। इस पर आशा ने रणजीत को सारी बात बताई। दोनों ने मिलकर गुमान सिंह की हत्या की साजिश रच डाली।



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