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अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति परीक्षा।
– फोटो : अमर उजाला
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अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति-2022 परीक्षा का आयोजन प्रदेश के पांच केंद्रों में किया गया। 9वीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों ने अपने सपनों को माता-पिता की मदद के बजाय खुद ही उड़ान देने के लिए छात्रवृत्ति परीक्षा दी। बच्चों का एक ही लक्ष्य था कि वे छात्रवृत्ति पाकर बेहतरीन उच्च शिक्षा पाना चाहते हैं। शिमला में 44, धर्मशाला में 31, मंडी में 29, चंबा में 15 और नाहन में एक विद्यार्थी ने परीक्षा दी।
सुबह 11 बजे परीक्षा देने के लिए समय से पहले ही बच्चे परीक्षा केंद्रों में आना शुरू हो गए थे। हरियाणा के एक युवक ने शिमला पहुंचकर परीक्षा दी। परीक्षा देने के लिए वह दो दिन पहले ही घर से निकल गया था। कड़ाके की ठंड में किन्नौर के बच्चे देर रात 3 बजे बस पकड़कर शिमला पहुंचे। कुछ बच्चे एक दिन पूर्व रिश्तेदारों के यहां रुकने के बाद परीक्षा देने आए। मंडी केंद्र में भी कुल्लू, हमीरपुर और बिलासपुर जिले और धर्मशाला में ऊना और चंबा से बच्चे पहुंचे थे।
हरियाणा कैथल के चंदाना से शिमला परीक्षा देने पहुंचे हर्ष
अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति परीक्षा-2022 के लिए हरियाणा के कैथल जिले के चंदाना गांव के हर्ष अपने मामा के साथ शिमला के पोर्टमोर केंद्र में पहुंचे थे। सैकड़ों किलोमीटर दूर छात्रवृत्ति परीक्षा देने के लिए हर्ष उत्साहित नजर आए। दसवीं के छात्र ने बताया कि वह शनिवार को पंजाब में नाना के घर आ गए थे। वहां से रविवार सुबह चार बजे घर से गाड़ी लेकर चले थे। उनके पिता पेशे से दर्जी हैं। पढ़ाई में होशियार होने पर मामा उन्हें परीक्षा दिलवाने के लिए शिमला लेकर आए। हर्ष पढ़ाई कर एक सफल कारोबारी बनना चाहते हैं।
सिरमौर से आए दो सगे भाइयों ने दी छात्रवृत्ति परीक्षा
जिला सिरमौर के दो सगे भाइयों सुनील कुमार (12वीं) और रोहित कुमार (11वीं) ने शिमला के पोर्टमोर स्कूल में अतुल माहेश्वरी छात्रवृत्ति परीक्षा दी। 13 साल पहले सिर से पिता का साया उठने के कारण घर के बने मुश्किल आर्थिक हालात के कारण उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए यह परीक्षा देने का फैसला लिया। दोनों भाई मजदूरी कर घर के खर्च में हाथ बंटाते हैं। साथ ही पढ़ाई भी जारी रखे हुए हैं। दोनों भाइयों ने कहा कि छात्रवृत्ति मिले तो वे पढ़ाई अच्छे से कर पाएंगे। सुनील कुमार ने का सपना प्रशासनिक अधिकारी बनना है तो रोहित सेना में जाकर देश सेवा करना चाहते हैं।
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