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स्वतंत्रता संग्राम सेनानी छेदा लाल शर्मा मूढ़जी की 64वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजली
– फोटो : अमर उजाला
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स्वतंत्रता संग्राम सेनानी छेदा लाल शर्मा मूढ़जी का जनता में इतना क्रेज था कि सभा में लोगों ने जवाहर लाल नेहरू को सुनने से इनकार कर दिया था और मूढ़-मूढ़ की चारों ओर से आवाज आने लगीं थीं।
लोक गायक एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी छेदा लाल शर्मा मूढ़जी की 64वीं पुण्यतिथि पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया, साथ ही उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई।
अखिल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष चैधरी अमरपाल सिंह ने कहा कि मूढ़जी ने पूरे देश में आजादी की अलख खड़ताल के माध्यम से जगाई थी। उसकी गूंज मुंबई के कांग्रेस अधिवेशन में भी सुनाई दी। गांधी जी के विशेष आग्रह पर मुंबई के कांग्रेसी अधिवेशन को एक दिन के लिए और बढ़ाया गया, जिसमें महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी खेम सिंह नागर और छेदा लाल मूढ़ को ही पूरे दिन सुना गया।
आजादी का अमृत महोत्सव के जिला समन्वयक सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि मूढ़जी का जनता में इतना क्रेज था कि हरदुआगंज की सभा में लोगों ने नेहरू जी को ही सुनने से इनकार कर दिया और मूढ़-मूढ़ की चारों ओर से आवाज आने लगीं थीं। मूढ़जी के पौत्र विनय कुमार शर्मा ने बताया कि उनके दादाजी की जनता में इतनी पकड़ थी, कि उनकी 100वीं जयंती पर बीबीसी लंदन ने विशेष प्रसारण किया था।
इस मौके पर महामंत्री सुरेश शर्मा, देवेंद्र प्रताप गौतम वीरपुरा, कामेश गौतम, आभा, बबली देवी, तमकीन खालिद, इंद्र कुमार भारद्वाज, अजीत किशोर गुप्ता, सरदार अशोक सिंह, राजेंद्र प्रसाद आर्य, कर्मेंद्र कुमार गुप्ता, देवेंद्र गुप्ता, नवीन कुमार शर्मा तथा राधेश्याम शर्मा ने मूढ्जी को श्रद्वासुमन अर्पित किए।
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