Aligarh News: 21 मार्च तक छाए रहेंगे बादल, बारिश-ओलावृष्टि की संभावनाओं से बढ़ गई किसानों की परेशानी

[ad_1]

बारिश में भीगा अनाज प्रतीकात्मक

बारिश में भीगा अनाज प्रतीकात्मक
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार

पश्चिमी विक्षोभ के कारण बदल रहे मौसम के चलते बृहस्पतिवार को सुबह हुई बारिश ने किसानों की धुकधुकी बढ़ा दी है। दिन भर बादलों के छाए रहने से मौसम में भी ठंडक आ गई है। इससे लोगों को पिछले कई दिनों से पड़ रही गर्मी से राहत मिली है। इन दिनों खेतों में आलू की खोदाई के साथ ही सरसों एवं गेहूं की अगेती फसल की कटाई एवं मढ़ाई का काम तेजी से चल रहा है। ऐसे में बारिश से किसानों की परेशानी बढ़ गई है।

मौसम विज्ञानी डॉ. रामपलट सिंह ने बताया कि बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 29.2 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 21.4 रहा जो सामान्य से सात कम रहा। 21 मार्च तक प्रदेश में घने बादल छाए रहने के कारण स्थानीय स्तर पर गरज-चमक, तेज हवाओं एवं ओलावृष्टि के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। उधर, जिला कृषि अधिकारी अभिनंदन सिंह ने किसानों से अपील की है कि वे खेत में पकी हुई फसलों की कटाई, सिंचाई, बोबाई, कीटनाशी, रोग नाशी का कार्य स्थगित रखें एवं कटी हुई फसलों को एकत्र कर पॉलिथीन सीट से ढ़क कर फसल को सुरक्षित करें। जिससे नुकसान की संभावना न रहे। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने फसल की कटाई कर ली है वे उसकी मढ़ाई भी कर लें ताकि नुकसान की संभावना कम रहे। उन्होंने कहा है कि गेहूं की खड़ी फसल में किसान अगले दो-तीन दिन तक सिंचाई न करें। अगर बारिश होती भी है तो तेज हवा चलने से फसल गिर सकती है। जिससे फसल को नुकसान हो सकता है।

ओलावृष्टि की संभावनाओं ने किया किसानों को परेशान

मौसम विभाग ने बारिश के साथ ही ओलावृष्टि होने की संभावना जतायी है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। खासकर जिन किसानों की सरसों की फसल की कटाई हो चुकी है और फसल अभी सूखने के लिए खेतों में पड़ी हुई है उन्हें मढ़ाई एवं उसकी निकासी के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी। अगर बारिश हुई तो फसलों को बारिश से भीगने से बचाने में उन्हें दिक्कत होगी। खेतों में बारिश का पानी भरने की स्थिति में फसल खराब हो जाएगी।

अभी गेहूं की फसल खेत में खड़ी है। पिछले कई दिनों से धूप तेज पड़ रही थी। इससे फसल सूख रही है। अब मौसम को देखकर पानी नहीं लगा सकते हैं। अगर पानी लगाया और बारिश हुई तो हवा के चलते फसल गिर जाएगी। – रामगोपाल, ओगर नगला राजू

सरसों की फसल की कटाई चल रही है। अगर बारिश हुई तो खुले में फसल होने से उसके भीग जाने और फली के खराब होने की संभावना बढ़ जाएगी। इससे फसल को काफी नुकसान होगा। – विजय कुमार सिंह, पनिहावर

बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावनाओं से उनके सामने फसलों को बचाने की जिम्मेदारी आ गई है। ऐसे में अब ऊपर वाले की कृपा पर ही उनकी फसल का भविष्य टिका हुआ है। – हरिश्चंद्र, देवपुर

मौसम ने इस बार काफी परेशान किया है। पहले से ही गर्मी ने परेशान कर रखा है। इससे फसलों को अधिक पानी देना पड़ रहा है। अब बारिश की संभावनाओं ने परेशान कर दिया है। – मनोहर सिंह, काजिमाबाद

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *