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                        पूर्व मंत्री संतोष कुमार मांझी
                                    – फोटो : अमर उजाला 
                    
विस्तार
                                
इन दिनों बिहार में सुशासन नहीं कुशासन ने विकराल रूप ले लिया है। बिहार में लूट, हत्या और दुष्कर्म जैसी अपराध चरम सीमा पर है। आज पूरा बिहार अपराध और अपराधियों के चंगुल में है। यह बातें बिहार के पूर्व मंत्री से हम पार्टी के नेता संतोष कुमार मांझी ने पत्रकारों के एक सवाल पर कहा।
बीते दिन स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर के जयंती समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के परिवारवाद के बयान के बाद बिहार की राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इसी क्रम में गुरुवार को बिहार के पूर्व मंत्री संतोष कुमार मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि बिहार को जंगल राज से बचाना है तो अभी भी समय है। बिहारी ने आपको 18 साल रखा है। अंतिम समय में कलंक लेकर नहीं जाइए। हम भी आपके शुभचिंतक हैं। आप पर कलंक लगेगा तो हमें भी बुरा लगेगा। उनको बुद्धि मिले और आत्मचिंतन करें। बिहार के लिए अच्छा जो है वह करें।
उन्होंने कहा कि बिहार से जंगल राज को खत्म करने के लिए नीतीश कुमार शांतिदूत बनकर आए थे और जनता ने बिहार की कमान सौंप दी। फिर वह कैसे जंगलराज बनाने वाले लोगों के साथ चले गए। अगर उनको चेतना आई है तो बिहार के लिए अच्छी बात है।
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी बिहार में खेला होवे के बयान पर उन्होंने कहा कि देखिए किस आधार पर वह कह रहे हैं, यह हमें नहीं मालूम है। पार्टी मेहनत कर रही है। इस बार लोकसभा चुनाव में एनडीए 40 सीट कैसे जीते। इस पर विचार और मेहनत कर रही है। बिहार में खेला होगा या नहीं एक तरह से कल्पना है। आज एनडीए एकजुट है। मौके पर हम नेता रोमित कुमार, ई नंदलाल मांझी, नारायण प्रसाद मांझी और मुकेश चौधरी सहित अन्य नेतागण उपस्थित रहे।
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