[ad_1]

                        पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
                                    – फोटो : अमर उजाला 
                    
विस्तार
बिहार के नालंदा के छबिलापुर थाना क्षेत्र में 22 अगस्त की रात अज्ञात बदमाशों ने भूसा व्यवसायी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले को पुलिस ने खुलासा करने का दावा किया है। राजगीर डीएसपी प्रदीप कुमार ने शनिवार को छबिलापुर थाने में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर इसकी जानकारी दी।
डीएसपी ने बताया कि छबिलापुर थाना अंतर्गत पटेल नगर खरजमा निवासी अजय कुमार की हत्या अज्ञात अपराधियों ने दरगाही खंधा में 22 अगस्त की रात गोली मारकर कर दी थी। उसके बाद मृतका की पत्नी विभा देवी ने छबिलापुर थाने में कांड दर्ज करवाया था। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से ब्लाइंड केस था। मामले की गंभीरता को देखते हुए नालंदा एसपी के द्वारा डीएसपी राजगीर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। छापेमारी टीम द्वारा लगातार तकनीकी एवं मानवीय जांच कर अज्ञात अभियुक्तों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई कर कांड का खुलासा कर लिया गया है। घटना को अंजाम देने वाले कांड के चार अभियुक्तों को घटना के वक्त उपयोग में लाए गए हथियार और मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अपराधी नालंदा और गया जिले के रहने वाले हैं।
गिरफ्तार किए गए अपराधियों में नालंदा जिले के राजगीर थाना क्षेत्र के मुजफ्फरपुर गांव निवासी संतोष प्रसाद का बेटा धीरज कुमार, छबिलापुर थाना क्षेत्र के पटेल नगर खरजमा गांव निवासी दिवंगत केश्वर महतो का बेटा साधु शरण महतो, राजगीर थाना क्षेत्र के मुजफ्फरपुर गांव निवासी दिवंगत रामानंदन यादव का बेटा रामप्रवेश प्रसाद और गया जिले के नीमचक बथानी थाना क्षेत्र के शेखपुर गांव के रामजी प्रसाद का बेटा सुजीत कुमार शामिल हैं।
पूर्व के पार्टनर ने की हत्या की प्लानिंग
छबिलापुर थानाध्यक्ष ने बताया कि अजय कुमार के पूर्व सहयोगी साधु शरण महतो के बेटे की सड़क हादसे में फरवरी महीने में नीमचक बथानी में मौत हो गई थी। साधु शरण महतो को संदेह था कि उसके बेटे का एक्सीडेंट अजय कुमार ने ही करवाया है। इसके बाद 20 हजार रुपये में साधु शरण ने दो कट्टे और कारतूस खरीदे और पांच लाख रुपये में दो शूटर रामप्रवेश और सुजीत कुमार को भाड़े पर लिया। घटना के दिन तेज बारिश हो रही थी, जिसका फायदा उठाते हुए बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया था। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से चार मोबाइल, दो देशी कट्टे और पांच जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
छापेमारी टीम में राजगीर डीएसपी प्रदीप कुमार के अलावा छबिलापुर थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार झा, राजगीर थानाध्यक्ष अभय कुमार, डीआईयू प्रभारी आलोक कुमार एवं राजगीर/छबिलापुर थाना की सशस्त्र पुलिस बल शामिल रही। डीएसपी ने बताया कि कांड में गिरफ्तार अप्राथमिकी अभियुक्तों का छबिलापुर थाना और सीमावर्ती थाना में भी आपराधिक इतिहास का पता लगाया जा रहा है।
[ad_2]
Source link