[ad_1]

सीएम नीतीश कुमार
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
बिहार सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद अब मंगलवार को साफ हो जाएगा कि किस पार्टी के नेता सचमुच इसपर अंधविश्वास या अविश्वास कर रहे हैं। सोमवार को इसकी रिपोर्ट जारी होने के बाद विपक्षी दलों ने इसे भ्रामक और अविश्वसनीय करार दिया। सत्तारूढ़ दलों के भी कुछ अगड़े नेताओं ने इसे सही नहीं माना। लेकिन, असल लिटमस टेस्ट मंगलवार को होगा, जब सभी दल एक जगह जुटेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर मीडिया से मुखातिब हुए उन्होंने बताया कि मंगलवार को सर्वदलीय बैठक करेंगे।
अभी कुछ नहीं बोलेंगे, इस बैठक के बाद फैसला लेंगे
उन्होंने कहा है कि मंगलवार को सरकार सभी दलों के लोगों के सामने जातीय गणना से संबंधित आंकड़ों का प्रेजेंटेशन देगी। इसके बाद जो करेंगे, वह सब को पता चल जाएगा। नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने जातीय गणना के रिपोर्ट को जारी कर दिया है, लेकिन इसके आगे सरकार क्या कदम उठाएगी, इसपर अभी कुछ नहीं बोलेंगे। कल बिहार के सारे राजनीतिक दलों की सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है, जिसमें राज्य सरकार के अधिकारी जातीय जनगणना पर प्रेजेंटेशन देंगे। उसके बाद आगे का फैसला लिया जाएगा। जानकारों के अनुसार इस बैठक में सरकार कोई बड़ा फैसला लेने नहीं जा रही है। यह बैठक इस रिपोर्ट पर सर्वदलीय राय की स्पष्टता के लिए बुलाई जा रही है।
“केंद्र सरकार मुसलमानों की विरोधी”
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि वह लोग कुछ कर रहा है? उन लोगों को क्या आइडिया है? क्यों नहीं पूरे देश में जातीय जनगणना करा रहे हैं? पूरे देश में अति पिछड़ों को अलग से आरक्षण क्यों नहीं दिया जा रहा है? SC-ST के लिए क्यों नहीं कुछ किया गया? नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार तो मुसलमानों की विरोधी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देखियेगा अब आगे क्या होता है।
[ad_2]
Source link