डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीएपी) के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को कांग्रेस में लौटने की अटकलों पर पूर्ण विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि मैंने कभी किसी कांग्रेसी नेता से बात नहीं की और न ही किसी ने मुझे फोन किया। मुझे आश्चर्य होता है कि मीडिया में इस तरह की कहानियां क्यों गढ़ी जाती हैं?
आजाद आगे कहते है कि पुरानी पार्टी में उनकी वापसी की बातें कांग्रेस में कुछ नेताओं द्वारा गढ़ी गईं और उनमें कोई सच्चाई नहीं थी। आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं द्वारा ऐसे प्रयास इसलिए किए जाते हैं, जिससे उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और उन्हें हतोत्साहित कर सकें।
इसी साल अगस्त महीने में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया था। वो काफी लंबे समय से पार्टी की नीतियों को लेकर नाराज चल रहे थे। कांग्रेस अध्यक्ष को पांच पृष्ठ का त्यागपत्र भेजकर कहा था कि उन्होंने भारी मन से यह कदम उठाया। साथ ही बोले थे कि भारत जोड़ो यात्रा से पहले ‘कांग्रेस जोड़ो यात्रा’ निकाली जानी चाहिए थी। साथ ही यह आरोप लगाया था कि कांग्रेस लड़ने की अपनी इच्छाशक्ति और क्षमता खो चुकी।
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डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीएपी) के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को कांग्रेस में लौटने की अटकलों पर पूर्ण विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि मैंने कभी किसी कांग्रेसी नेता से बात नहीं की और न ही किसी ने मुझे फोन किया। मुझे आश्चर्य होता है कि मीडिया में इस तरह की कहानियां क्यों गढ़ी जाती हैं?