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सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर जोशीमठ पहुंचे मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि एक-एक पल की रिपोर्ट लेने आया हूं। मेरी पहली चिंता आज सिर्फ जोशीमठ है। सुबह से कई कार्यक्रम लगे थे। लेकिन उन्हें लगा कि इस संकट की घड़ी में प्रभावित परिवारों के साथ रहना चाहिए। भू-धंसाव से प्रभावित प्रत्येक परिवार को राहत देना सरकार का पहला लक्ष्य है। सभी भवनों को तोड़ना सरकार का लक्ष्य नहीं है। सरकार ने प्रभावितों के पुनर्वास व मुआवजे के लिए कमेटी बना दी है।
मुख्यमंत्री ने दूसरी बार ग्राउंड जीरो पर उतर कर प्रभावितों के बीच जाकर यह संदेश का प्रयास किया कि कठिन समय में सरकार साथ खड़ी है। बता दें कि मुआवजे को लेकर प्रभावित परिवार सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से असुरक्षित भवनों को गिराने की कार्रवाई का लोग विरोध कर रहे हैं। प्रभावितों के गुस्से को देखते हुए मुख्यमंत्री धामी खुद ने ही मोर्चा संभाला है।
अपने बुधवार के सभी कार्यक्रम रद्द कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शाम को जोशीमठ पहुंच गए। वह जोशीमठ में ही रुकेंगे और राहत कार्यों की समीक्षा करेंगे। इस दौरान वह अंतरिम राहत राशि की प्रगति भी जानेंगे। उन्होंने कहा कि वह जोशीमठ की पल-पल की रिपोर्ट लेने आए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को जोशीमठ में रात्रि प्रवास के लिए जोशीमठ पहुंचे। इसी दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री धामी से फोन पर बात की। उन्होंने जोशीमठ में प्रभावित परिवारों के लिए चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन और वर्तमान स्थितियों का फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि वह जोशीमठ की रिपोर्ट लेने आए हैं।
सीएम धामी ने कहा कि पल पल के घटनाक्रम और कार्रवाई पर केंद्रीय नेतृत्व नजर बनाए हुए है। सीएम धामी ने कहा कि पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह वे वह लगातार संपर्क में हैं। हालातों के बारे में अहम जानकारियां साझा कर रहे हैं। सीएम धामी ने बताया कि केंद्र सरकार भी न केवल इस भूगर्भीय-प्राकृतिक संकट के समय, राहत व बचाव कार्यों पर करीबी नजर रख रही है बल्कि हमारी आवश्यक सहायता भी कर रही है।
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