मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को पांच दिन की सीबीआई हिरासत में भेजे जाने पर भाजपा और आम आदमी पार्टी एक दूसरे पर हमलावर हो गए हैं। भाजपा ने कहा है कि पूछताछ के लिए मनीष सिसोदिया को सीबीआई हिरासत में भेजे जाने से यह साबित हो गया है कि अदालत भी मानती है कि इस मामले में ज्यादा पूछताछ किए जाने की आवश्यकता है। भाजपा ने कहा कि सत्येंद्र जैन के बाद मनीष सिसोदिया के भी जेल के पीछे जाने से अरविंद केजरीवाल सरकार के एक तिहाई मंत्री जेल जा चुके हैं। अरविंद केजरीवाल को इसकी जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
भाजपा ने कहा है कि यदि आम आदमी पार्टी को यह लग रहा था कि यह राजनीतिक बदले की कार्रवाई है, तो उसे इसके खिलाफ अदालत में अपील करनी चाहिए थी। लेकिन उसने यह नहीं किया। इससे भी साबित होता है कि आम आदमी पार्टी इस मामले में कोर्ट जाने से बचना चाहती थी। भाजपा ने कहा है कि हर भ्रष्टाचारी को कानून की जांच से होकर गुजरना पड़ेगा। पार्टी ने कहा है कि इस मामले का जो भी मास्टर माइंड होगा, वह भी ज्यादा देर तक कानून से बच नहीं पाएगा।
वहीं, आम आदमी पार्टी ने सिसोदिया के हिरासत में जाने के बाद ज्यादा आक्रामक रूख अपनाने के संकेत किए हैं। पार्टी ने कहा है कि यह कार्रवाई शराब घोटाले की जांच के कारण नहीं हुई है, बल्कि यह राजनीतिक बदले की कार्रवाई है जिसके कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। पार्टी ने कहा कि अदाणी मामले में हजारों करोड़ रुपये के घोटाले हुए हैं, लेकिन उन्हें एक नोटिस तक नहीं दिया गया, जबकि आम आदमी पार्टी को पूछताछ के नाम पर निशाना बनाया जा रहा है।
डराने की कोशिश
सिसोदिया को सीबीआई हिरासत में दिए जाने के बाद आम आदमी पार्टी नेता गोपाल राय ने कहा कि एक्साइज पॉलिसी के नाम पर उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है। यदि एक्साइज पॉलिसी की जांच हो रही होती, तो इस मामले में उपराज्यपाल की भूमिका की भी जांच होती, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में लंबी जांच के बाद भी सीबीआई कोई सबूत नहीं खोज पाई थी। अब कोर्ट ने अदालत को पांच दिन का समय दिया है, लेकिन वह इन पांच दिनों में भी कोई सबूत नहीं खोज पाएगी।
गोपाल राय ने कहा कि इस गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन जारी रहेगा। शीघ्र ही वे एक नई रणनीति के साथ मैदान में आएंगे और पुरजोर तरीके से इस कार्रवाई का विरोध करेंगे। आज भी पूरे दिन दिल्ली से लेकर देश के विभिन्न राज्यों में आम आदमी पार्टी सड़कों पर उतरी और मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी का विरोध किया।
भाजपा ने केजरीवाल से मांगा इस्तीफा
वहीं, भाजपा ने कहा है कि हर भ्रष्टाचारी को कानून का सामना करना पड़ेगा। भाजपा नेता गौरव भाटिया ने कहा कि मनीष सिसोदिया को पांच दिन की रिमांड में भेजे जाने का यह अर्थ है कि कोर्ट ने यह माना है कि इस मामले की पूरी जांच के लिए उनसे ज्यादा पूछताछ की आवश्यकता है। यह साबित करता है कि कोर्ट ने यह माना है कि प्राथमिक दृष्टि में इस मामले की जांच किए जाने के लिए पर्याप्त उचित कारण मौजूद हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि मनीष सिसोदिया महात्मा गांधी की समाधि पर जाकर अपने आपको साफ साबित करना चाहते हैं, लेकिन दिल्ली यह देख रही है कि केवल अपना लाभ बढ़ाने के लिए जनता के हितों के साथ समझौता किया गया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार की नई शराब नीति में दिल्ली को टैक्स का नुकसान किया गया, जबकि आम आदमी पार्टी नेताओं की जेब भरने का रास्ता तैयार कर दिया गया। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की जिम्मेदारी बनती थी कि ऐसे लोगों को कानून के सामने लाया जाए, जो जनता के हितों के साथ समझौता कर रहे हैं। उन्होंने केवल अपने उसी कर्तव्य का पालन किया है।
भाटिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार के दो वरिष्ठ मंत्री जेल में हैं। आठ महीने से ज्यादा समय से सत्येंद्र जैन जेल में हैं, इसके बाद भी केजरीवाल उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई सवालों के जवाब में सिसोदिया ने चुप रहने को अपना अधिकार बताया। लेकिन यह साबित करता है कि वे अपराध में लिप्त हैं।
मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के मामले पर दूसरे दलों के साथ आने पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता ने कहा कि सभी भ्रष्टाचारी लोग एक दूसरे के साथ खड़े हैं। लेकिन इस देश के कानून के सामने सबको आना पड़ेगा।