भगवानपुर क्षेत्र के ग्राम बालेकी युसूफपुर निवासी एक किसान के बेटे की गन्ने के खेत में गोली मारकर हत्या कर दी गई। सूचना पर पहुंचे एसपी देहात और सीओ ने पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच की। मृतक के पिता ने कुछ युवकों से पूर्व में चली आ रही रंजिश की बात बताई है। पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए रुड़की सिविल अस्पताल भेज दिया गया है।
ग्राम बालेकी युसूफपुर निवासी सूरज उर्फ अरविंद का बेटा विवेक कुमार (22) मंगलवार सुबह लगभग आठ बजे गांव के पास अपने खेत में गन्ने काट रहा था। इसी बीच उसके सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। कुछ देर बाद गांव निवासी एक महिला खेत में गन्ना छीलने पहुंची तो युवक का शव खून से लथपथ देखकर उसके होश उड़ गए।
महिला ने इसकी जानकारी आसपास के खेतों में कार्य रहे लोगों और युवक के परिजनों को दी। इसके बाद परिजन और ग्रामीणों की भीड़ मौके पर पहुंच गई। वहीं एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, सीओ पंकज गैरोला और थानाध्यक्ष झबरेड़ा संजीव थपलियाल पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।
उन्होंने मामले की जांच की, साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम भी मौके पर पहुंची। एसपी देहात एसके सिंह ने बताया कि शव पड़ा होने की सूचना देने वाली महिला के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। जल्द ही हत्या का खुलासा किया जाएगा।
घर का इकलौता चिराग था विवेक विवेक घर का इकलौता चिराग था। अभी वह बीए की पढ़ाई कर रहा था और खेती के कामकाज में पिता का हाथ बंटाता था। सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले उसके पिता और मां का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे गांव के लोग गमजदा हैं।
…तो पुरानी रंजिश में मारी गई सूरज को गोली मृतक के पिता सूरज ने बताया कि उसके बेटे की डेढ़ साल पहले दो अलग-अलग गांव के युवकों से कहासुनी हुई थी। इसके बाद से रंजिश चल रही थी। उनका कहना था कि रंजिश रखने वाले युवक आपराधिक किस्म के हैं और उसके बेटे को देख लेने की धमकी भी दे चुके हैं।
पिता के रात की ड्यूटी में होने के चलते खेत पर गया था
विवेक के पिता सूरज भगवानपुर पुहाना स्थित आरआईटी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते हैं। सोमवार रात को उनकी ड्यूटी थी इसलिए वह आराम कर रहे थे और विवेक खेत में काम करने चला गया। पिता को क्या पता था कि घर से निकला उनका बेटा अब कभी लौटकर नहीं आएगा।
सटाकर मारी गई है गोली विवेक को बेहद सटाकर गोली मारी गई है जो सिर को फाड़ते हुए पीछे से बाहर निकल गई। अब तक पुलिस को बुलेट भी नहीं मिली है।
आवाज सुनी पर नहीं है कोई चश्मदीद लोगों ने गोली की आवाज तो सुनी है लेकिन गोली मारते हुए किसी ने नहीं देखा है। ऐसे में पुलिस के लिए आरोपियों के हुलिए को पहचानने में मशक्कत करनी पड़ेगी। इसके लिए पुलिस सीसीटीवी कैमरे भी खंगाल रही है। साथ ही परिजनों से पूछताछ के आधार पर भी जांच को आगे बढ़ रही है। एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि हत्या के खुलासे के लिए एसओजी समेत चार टीमें लगाई गई हैं। ये अलग-अलग दृष्टिकोण से हर पहलू की जांच कर रही हैं।
एसपी देहात ने की सीसीटीवी लगाने की अपील एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने लोगों से अपील की कि अपराध की रोकथाम के लिए सभी लोगों को अपने घरों और प्रतिष्ठानों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाकर पुलिस के साथ-साथ समाज की भी मदद करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि खानपुर के प्रह्लादपुर में हत्या के मामले में भी सीसीटीवी कैमरे की मदद से ही लीड मिली है।
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भगवानपुर क्षेत्र के ग्राम बालेकी युसूफपुर निवासी एक किसान के बेटे की गन्ने के खेत में गोली मारकर हत्या कर दी गई। सूचना पर पहुंचे एसपी देहात और सीओ ने पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच की। मृतक के पिता ने कुछ युवकों से पूर्व में चली आ रही रंजिश की बात बताई है। पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए रुड़की सिविल अस्पताल भेज दिया गया है।
ग्राम बालेकी युसूफपुर निवासी सूरज उर्फ अरविंद का बेटा विवेक कुमार (22) मंगलवार सुबह लगभग आठ बजे गांव के पास अपने खेत में गन्ने काट रहा था। इसी बीच उसके सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। कुछ देर बाद गांव निवासी एक महिला खेत में गन्ना छीलने पहुंची तो युवक का शव खून से लथपथ देखकर उसके होश उड़ गए।
महिला ने इसकी जानकारी आसपास के खेतों में कार्य रहे लोगों और युवक के परिजनों को दी। इसके बाद परिजन और ग्रामीणों की भीड़ मौके पर पहुंच गई। वहीं एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, सीओ पंकज गैरोला और थानाध्यक्ष झबरेड़ा संजीव थपलियाल पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे।
उन्होंने मामले की जांच की, साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम भी मौके पर पहुंची। एसपी देहात एसके सिंह ने बताया कि शव पड़ा होने की सूचना देने वाली महिला के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। जल्द ही हत्या का खुलासा किया जाएगा।
घर का इकलौता चिराग था विवेक
विवेक घर का इकलौता चिराग था। अभी वह बीए की पढ़ाई कर रहा था और खेती के कामकाज में पिता का हाथ बंटाता था। सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले उसके पिता और मां का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे गांव के लोग गमजदा हैं।
…तो पुरानी रंजिश में मारी गई सूरज को गोली
मृतक के पिता सूरज ने बताया कि उसके बेटे की डेढ़ साल पहले दो अलग-अलग गांव के युवकों से कहासुनी हुई थी। इसके बाद से रंजिश चल रही थी। उनका कहना था कि रंजिश रखने वाले युवक आपराधिक किस्म के हैं और उसके बेटे को देख लेने की धमकी भी दे चुके हैं।